UP Lok Sabha Elections 2024: बस्ती में बीजेपी ताबड़तोड़ सम्मेलन कर रही है. पिछले कुछ ही दिनों के भीतर युवा, पिछड़ा, किसान सम्मेलनों के बाद बीजेपी अब दलितों को साधने में जुट गई है. बीजेपी की तरफ से महादेवा विधानसभा के कुदरहा में अनुसूचित एवं अनुसूचित जन जाति सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राम चन्द्र कन्नौजिया और अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गौड़ शामिल हुए.


सांसद हरीश द्विवेदी के समर्थन में पहुंचे अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राम चन्द्र कन्नौजिया ने कहा कि आज पीएम मोदी के नेतृत्व में अनुसूचित जाति के दृष्टि से सामाजिक न्याय के मंत्रालय का 90% बजट बढ़ा दिया गया है. यानी दोगुना बजट कर दिया गया है. बीजेपी ने अंत्योदय का कार्यक्रम चलाया था. उस समय कांग्रेस बोलती थी कि ये अंत्योदय क्या होता है. उसी समय हमने कहा था कि जब अंत का उदय होगा तभी भारत का उदय होगा, तभी भारतीय समाज आगे बढ़ेगा. पीएम मोदी ने उसी को आगे बढ़ाते हुए कहा- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास.


संजय गौड़ ने क्या कहा?


अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गौड़ ने कहा, ''आज भ्रष्टाचार करने वाली पार्टियां जेल में हैं या तो बेल में हैं. उन्होंने कहा कि सपा-कांग्रेस को दलित-वंचित से कोई मतलब नहीं. इन्हें सिर्फ अपना परिवार बचाने से मतलब है. उन्होंने कहा कि पंचतीर्थ की याद कांग्रेस को क्यों नहीं आई. संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की कांग्रेस की तरफ से उपेक्षा की गई, उनका उपहास किया गया, उनके योगदान को हमेशा कम आंका गया. यही कांग्रेस का चरित्र है, यही कांग्रेस का इतिहास है."


हरीश द्विवेदी ने साधा कांग्रेस पर निशाना 


अपने संबोधन में सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा, "भारत रत्न' बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के सम्मान का मतलब देश के संविधान का सम्मान, भारत की संसदीय प्रणाली का सम्मान. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों, दलितों और वंचितों को उनका अधिकार देने का काम किया. उत्तर प्रदेश के अंदर अनुसूचित जाति से जुड़े विद्यार्थियों के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में तय किया गया है कि जो छात्र अनुसूचित जाति से चुने गए हैं, उनकी छात्रवृत्ति की राशि 2016 तुलना में दोगुनी कर दी गई है.


राम मंदिर को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला 


सभी का आभार व्यक्त करते हुए हरीश द्विवेदी कहा कि दलितों की उपेक्षा सदैव होती रही है, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व बीजेपी सरकार ने हमेशा प्राथमिकता के आधार पर महत्व दिया है. उन्होंने कहा कि नवंबर 1989 को श्रीराम जन्मभूमि के शिलान्यास में पहली ईंट बिहार के कामेश्वर चौपाल की तरफ से रखी गई थी, जो अनुसूचित जाति के थे. कांग्रेस ने उस समय भी विरोध किया था. कांग्रेस ने 2019 में रामजन्म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के आए निर्णय का भी विरोध किया था. कांग्रेस 22 जनवरी 2024 को आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में मुख्य भूमिका निभाने का भी विरोध किया था, क्योंकि माननीय प्रधानमंत्री मोदी ओबीसी समाज से आते हैं.


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