Bithoor Assembly Seat: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Election) को लेकर तमाम सियासी दल एक्टिव नजर आ रहे हैं. इस बीच मौजूदा समय में बिठूर विधानसभा सीट (Bithoor Assembly Seat) पर भाजपा (BJP) का कब्जा है लेकिन, विरोधी इस बार भाजपा को पटखनी देने की कोशिश में हैं. बिठूर (Bithoor) विधानसभा सीट की बात करें ते वर्तमान में यहां से भाजपा के अभिजीत सिंह सांगा (Abhijit Singh Sanga) विधायक हैं. अभिजीत सिंह ने सपा के मुनीन्द्र शुक्ला (Munindra Shukla) को हराया था. करीब 124 किलोमीटर की परिधि वाली बिठूर विधानसभा की सीमा 5 विधानसभाओं का बॉर्डर टच करती है.
बिठूर के प्रभावशाली नेता
रमेश यादव, बसपाबीएसपी ने रमेश यादव को बिठूर विधानसभा के लिए अपना विधानसभा प्रभारी बनाया है और ये तय माना जा रहा है कि रमेश यादव बिठूर से बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
अशोक निषाद47 साल के अशोक निषाद साल 2000 से 2010 तक रमेल नगर से प्रधान रहे हैं. हाईस्कूल पास अशोक कांग्रेस पार्टी से बिठूर से टिकट मांग रहे हैं. कांग्रेस के पिछड़े वर्ग के जिलाध्यक्ष हैं. पेशे से बिल्डर हैं और खेती बाड़ी भी है. अशोक निषाद का फिलहाल कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है.
अनुराग पालअनुराग पाल 37 साल के ग्रेजुएट राजनेता हैं. 20 साल से कॉंग्रेस में हैं. पहले यूथ कांग्रेस से जुड़े थे अब पिछड़ा वर्ग में महासचिव पद पर हैं. 4 जिलो के प्रभारी हैं इटावा औरैया, कानपुर नगर और कानपुर देहात. माताजी और पत्नी जिला पंचायत का चुनाव लड़ चुकी हैं. ट्रांसपोर्ट का व्यापार है, क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है.
राहुल सिंहराहुल सिंह ग्रेजुएट एलएलबी कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी से छात्र राजनीति के दौरान ही जुड़ गए थे. परिवार में खेती किसानी होती है. राहुल सिंह का अपना रियल एस्टेट का कारोबार है. बिठूर क्षेत्र में सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. बिठूर विधानसभा से टिकट मांग रहे हैं. 2 मुकदमों पंजीकृत हैं, जिसमें से एक जमीन विवाद से जुड़ा है.
जातिगत आंकड़ा
कुल वोटर- करीब 4 लाख ब्राह्मण- 60 हजारठाकुर- 40 हजारयादव- 45 हजारमुस्लिम- 15 हजारकुशवाहा-25 हजारपाल- 15 हजारसाहू- 5 हजारप्रजापति- 8 हजारविश्वकर्मा- 5 हजारसविता- 5 हजारपासवान- 35 हजारकुरील- 30 हजारनुनिया चौहान- 8 हजारकुर्मी- 2 हजारबंजारा- 3 हजारकोरी- 10 हजारसोनकर- 5 हजारनिषाद- 15 हजारलोधी राजपूत- 8 हजारदिवाकर- 5 हजार
बिठूर विधानसभा के प्रमुख मुद्दे जल निकासी, बिजली, पेयजल, पर्यटन केन्द्रों का विकास और सड़कें हैं.
चुनाव में अहम साबित हो सकते हैं ये फैक्टर
- किसानों की नाराजगी और अनदेखी- सवर्ण वोटरों का रुख- आवारा जानवरों की समस्या
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