Western UP State News: केंद्रीय राज्‍य मंत्री संजीव बालियान (Sanjeev Balyan) के पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्‍य बनाने की मांग को समर्थन देने के बाद यूपी की राजनीति तेज हो गई है. प्रदेश को बांटने की चर्चा के बीच नेताओं की अलग-अलग राय सामने आई है. जिसके बाद सवाल उठ रहा है कि क्या पश्चिमी यूपी को अलग कर उत्तर प्रदेश दो हिस्सों में बांट दिया जाएगा. आपके बताते हैं कि इस मसले पर नेताओं ने क्या कुछ कहा है. 


बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय राज्‍य मंत्री संजीव बालियान ने रविवार (1 अक्टूबर) को कहा था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश अलग राज्य बनना चाहिए और मेरठ को इस नए प्रदेश की राजधानी बनाया जाना चाहिये. मेरठ में अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि यहां की आबादी आठ करोड़ है और हाई कोर्ट यहां से 750 किलोमीटर दूर है. ऐसे में यह मांग पूरी तरह जायज है. 


रालोद ने की ये मांग


पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्‍य बनाने की मांग पर जयंत चौधरी की पार्टी रालोद की ओर से भी बयान दिया गया. रालोद के प्रवक्ता अनिल दूबे ने कहा कि संजीव बालियान केंद्र सरकार में मंत्री हैं, उन्हें भाषण देने की जरूरत नहीं है. सरकार में शामिल लोग भाषण नहीं दिया करते बल्कि काम पूरा करते हैं. अगर उनके मन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए दर्द है या वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास चाहते हैं तो राज्य सरकार की ओर से बहुत पहले प्रस्ताव भेजा गया है, उसपर अमल करें. 


बीजेपी नेता ने किया बालियान की मांग का विरोध


संजीव बालियान की मांग पर उनकी अपनी पार्टी बीजेपी में ही विरोधी सुर उठ रहे हैं. बीजेपी नेता संगीत सोम ने सोमवार को कहा कि पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग जायज नहीं है. ऐसा किया तो पश्चिमी यूपी मिनी पाकिस्तान बन जाएगा. 


संगीत सोम ने किया ये दावा


उन्होंने दावा कि हिंदू इस प्रदेश में अल्पसंख्यक हो जाएंगे. जिस हिसाब से एक वर्ग की आबादी बढ़ रही है उससे पश्चिम की डेमोक्रेसी बदल जाएगी. बीजेपी नेता ने कहा कि मैं केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के बयान से सहमत नहीं हूं. वो पार्टी के प्रवक्ता नहीं हैं और मैं इसका विरोध करता हूं. 


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