Prayagraj News: यूपी में आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा में धांधली और पेपर लीक मामले को लेकर अभ्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं. संगम नगरी प्रयागराज में आज शुक्रवार (23 जनवरी) को भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी यूपी लोक सेवा आयोग के दफ्तर पर डटे हुए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने आज लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर की सड़क को भी जाम कर रखा है. अभ्यार्थियों का यह आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है. 


नाराज अभ्यार्थी आयोग के खिलाफ लगातार नारेबाजी करते हुए हंगामा कर रहे हैं. अभ्यर्थियों द्वारा सड़क को जाम किए जाने वजह से पुलिस ने बैरिकेडिंग कर ट्रैफिक को कुछ दूर पहले ही डायवर्ट कर दिया है. 11 फरवरी को हुई लिखित परीक्षा में पूरे प्रदेश में साढ़े छह लाख के करीब अभ्यर्थी शामिल हुए थे. आयोग के दफ्तर पर प्रदर्शन कर रहे अभ्यार्थियों ने 11 फरवरी को हुई परीक्षा को रद्द किए जाने और इस नए सिरे से कराए जाने की मांग की है. अभ्यार्थियों का साफ आरोप है कि भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. छात्रों के प्रदर्शन और जाम की वजह से आयोग के दफ्तर के आसपास का इलाका छावनी में तब्दील है. 


'अभ्यार्थियों ने कहा नए सिरे से हो परीक्षा'
इसी वजह से आयोग ने एसटीएफ से जांच की सिफारिश की है और साथ ही आंतरिक कमेटी का गठन भी किया है. अभ्यार्थियों का कहना है कि अगर पेपर लीक हुआ है तो भर्ती निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो पाना कतई संभव नहीं है. ऐसे में परीक्षा को रद्द कर इस नए सिरे से करने का आदेश जल्द से जल्द जारी कर देना चाहिए. अभ्यार्थियों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर परीक्षा को जल्द ही रद्द नहीं किया गया तो वह अपना आंदोलन और तेज कर देंगे. अभ्यार्थियों की सबसे ज्यादा नाराजगी आयोग से इस बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने को लेकर है. अभ्यार्थियों ने तीन दिन पहले यूपी लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के घर का घेराव रात के वक्त किया था. वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया हैं. 


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