Prayagraj News: प्रयागराज पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. दरअसल, खुल्दाबाद थाना पुलिस व एसओजी टीम ने टीईटी परीक्षा 2021 के सॉल्वर गैंग के 13 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन आरोपियों के पास से एक चार पहिया वाहन, एक बाइक, 9 कूटचरित आधार कार्ड, 8 प्रवेश पत्र, 8 अंक पत्र, 41,900 रुपये और 14 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. हालांकि सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य भागने में कामयाब रहे जिनकी तलाश पुलिस कररही है.


झारखंड का है सॉलवर गैंग का सरगना
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कल दोपहर 1:30 खुल्दाबाद थाना क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास से पुलिस ने इस गैंग को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार इस सॉल्वर गैंग का सरगना झारखंड का निवासी पवन है. वहीं लेखपाल राहुल, राधेश्याम, कमलेश और जयदीप मौर्य के माध्यम से सॉल्वर उपलब्ध कराते थे. यह गैंग 80 हजार रुपये प्रतिश अभ्यर्थी की दर से सॉल्वर उपलब्ध कराते थे. सॉल्वर अभ्यर्थी से 20 हजार रुपये एडवांस लेते थे. वहीं शेष रकम परीक्षा पास होने के बाद लिया करते थे. इसमें खुद सॉल्वर गैंग का सरगना भी परीक्षा में बैठता था.


ऐसे खेलते थे पूरा खेल
सॉल्वर गैंग में अभ्यर्थी एकत्र करने और पैसा लेने की जिम्मेदारी कमलेश कुमार मौर्य और जयदीप मौर्या की होती थी, राहुल और राधेश्याम परीक्षा से संबंधित प्रपत्र एकत्रित कर पवन को देते थे. पवन द्वारा साल्वर एकत्र करना यूनिक साइबर कैफे पटना में अलग-अलग व्यक्तियों का मिलता-जुलता प्रवेश पत्र आधार कार्ड तैयार कराते थे. इस कार्य में युगल किशोर भगत व सर्वेश कुमार भट्ट का भी सहयोग रहता था. पवन और राहुल के मुताबिक गाजीपुर निवासी अवधेश सरगना पवन का पड़ोसी है. पुलिस अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई कर रही है. राहुल और राधेश्याम वर्मा गोरखपुर में अभिलेखागार में लेखपाल के पद पर तैनात हैं. कमलेश कुमार मौर्या मेजा तहसील प्रयागराज में लेखपाल के पद पर कार्यरत है. साल्वर गैंग के सदस्यों का बौद्धिक स्तर परीक्षा पास करने का नहीं लग रहा है. ऐसा लग रहा है कि अभ्यर्थियों से ठगी करके धन कमाना इनका उद्देश्य है.


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