PM Narendra Modi In Varanasi: 2014 - 2019 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इसके ठीक पहले पीएम मोदी के एक मेगा रोड शो की भी तैयारी है. काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी कोतवाल और संकट मोचन जैसे प्राचीन धर्म स्थलों से भी पीएम मोदी का एक अटूट रिश्ता रहा है और इस बार भी 2024 लोकसभा चुनाव के नामांकन के ठीक पहले पीएम मोदी काशी कोतवाल काल भैरव का आशीर्वाद लेने पहुंचेंगे. इससे पहले 2014 लोकसभा चुनाव और 2019 लोकसभा चुनाव के पहले भी पीएम मोदी ने काशी  कोतवाल बाबा कालभैरव का आशीर्वाद लिया था.


बाबा काल भैरव के बिना नहीं मिलती किसी को भी पद संभालने की इजाजत


वाराणसी के मैदागिन क्षेत्र में प्राचीन काल भैरव मंदिर स्थित है. बाबा काल भैरव को काशी का कोतवाल भी कहा जाता है. मान्यता है कि काशी कोतवाल काल भैरव के इजाजत के बिना किसी को भी पदभार संभालने की इजाजत नहीं रहती. भगवान काशी विश्वनाथ के सेनापति के तौर पर बाबा काल भैरव  के इजाजत के बाद ही कोई भी विशेष पद की जिम्मेदारी निभाना उचित माना जाता है. प्रधानमंत्री मोदी 14 मई कों तकरीबन 12:00 बजे  वाराणसी के कलेक्ट्रेट सभागार कचहरी में नामांकन दाखिल करेंगे. इससे ठीक पूर्व वह 9:45 तक काशी कोतवाल काल भैरव का आशीर्वाद लेने पहुंचेंगे. इसके बाद एनडीए सहयोगी दलों के साथ एक छोटी बैठक के उपरांत वह वाराणसी की लोकसभा सीट के लिए   नामांकन दाखिल करेंगे.


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2014 - 2019 लोकसभा चुनाव में भी लिया था आशीर्वाद


 2014 के पूर्व से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खासतौर पर काशी की धार्मिक मान्यताओं को करीब से समझा है. इसलिए चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव  उन्होंने काशी के प्राचीन धार्मिक स्थलों के साथ-साथ मां गंगा के आशीर्वाद से ही अपनी सियासी पारी को आगे बढ़ाया है. 2014 लोकसभा चुनाव और 2019 लोकसभा चुनाव के पहले भी पीएम मोदी ने काशी कोतवाल काल भैरव का आशीर्वाद लेकर ही वाराणसी की लोकसभा सीट पर हुंकार भरी थी. ऐसे में इस बार भी 2024 लोकसभा चुनाव की अग्नि परीक्षा के पहले पीएम मोदी काशी कोतवाल काल भैरव का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं.