Uttarakhand News: अग्निपथ योजना के तहत सेना में भर्ती हुए अग्निवीरों को दुल्हन ढूंढना अग्नि परीक्षा साबित हो रहा है. लड़कियां शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दे रही हैं. उनका साफ कहना है कि चार साल के बाद अग्निवीरों के लिए नौकरी मिलना मुश्किल होगा. इसलिए लड़कियों के परिजन रिश्ता करने से परहेज कर रहे हैं. पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट तहसील में पांच से ज्यादा अग्निवीरों को दुल्हन नहीं मिल रही है. परिजनों ने बताया कि बेटों के लिए दुल्हन मिलना अग्नि परीक्षा साबित हो रहा है.


अग्निवीरों को नहीं मिल रही दुल्हनियां!


लड़कियां अग्निवीरों से शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दे रही हैं. नाम नहीं छापने की शर्त पर सुभाष वार्ड निवासी युवक ने बताया कि एक साल पहले अग्निवीर के पद पर चयन हुआ. परिजनों ने अक्टूबर महीने से शादी के लिए लड़की की तलाश शुरू कर दी. पिता बताते हैं कि कई घरों में शादी का प्रस्ताव भेजा. लड़कियों ने जवाब दिया कि चार साल बाद आपका बेटा बेरोजगार हो जाएगा. अग्निवीरों को पेंशन भी नहीं दिए जाने का प्रावधान है. ऐसे में चार साल सैन्य सेवा के बाद बेटे को नौकरी भी मिलना मुश्किल होगा.


शादी करने से परहेज की बताई वजह


इसलिए लड़कियां अग्निवीर बेटों के साथ रिश्ते करने से परहेज कर रही हैं. लड़के के परिजनों को लड़कियां ढूंढने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. दूसरी घटना मिर्थी निवासी युवक के साथ घटी. परिजन अग्निवीर बेटे का रिश्ता पिछले दो माह से तलाश कर रहे हैं. अब तक उन्होंने 12 लड़कियों के घरों पर दस्तक दी है. परिजनों को सभी के घरों से इंकार में जवाब मिला. पूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारी भी मान रहे हैं कि रिटायर्ड पूर्व फौजी भी अपनी बेटियों का रिश्ता अग्निवीरों से करने में कतराने लगे हैं. डीडीहाट तहसील में चर्चा जोरों पर है कि अग्निवीर लड़कों को लड़कियां मिलने में दुश्वारी पेश आ रही है. एबीपी लाइव ऐसी बातों का समर्थन नहीं करता है. 


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