नोएडा नोएडा प्राधिकरण की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई शुक्रवार को बड़े विवाद में बदल गई. सोरखा गांव में भूमि से अवैध कब्जा हटाने गई प्राधिकरण की टीम और किसानों के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने किसानों पर लाठियां चला दीं. मारपीट की यह पूरी घटना कैमरों में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. जानकारी के मुताबिक, प्राधिकरण और पुलिस की टीम सोरखा गांव में खसरा संख्या 819, 834 और 835 से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी. वहां मौजूद किसानों ने कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया और मौके पर धरने पर बैठ गए. इसी बीच बहस इतनी बढ़ गई कि पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग करते हुए किसानों को खदेड़ दिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई किसानों पर लाठियां बरसाई गईं, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया.
किसानों का आक्रोश
लाठीचार्ज की घटना से नाराज किसान बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर सेक्टर-113 थाने पहुंच गए. वहां उन्होंने थाने के गेट पर ही धरना शुरू कर दिया. किसानों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण के पुलिसकर्मियों ने बिना वजह उन पर लाठियां चलाईं.किसानों ने सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में दो सिपाहियों जितेंद्र और रहिसुद्दीन पर तत्काल कार्रवाई की मांग की. उन्होंने नोएडा डीसीपी यमुना प्रसाद को मौके पर बुलाने की मांग भी रखी.
मामला गरमाया, बातचीत जारी
धरने पर बैठे किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच देर शाम तक वार्ता चलती रही. किसान इस पर अड़े रहे कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती, उनका धरना खत्म नहीं होगा.
वीडियो वायरल होने से बढ़ा दबाव
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस और प्राधिकरण पर दबाव बढ़ गया है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिसकर्मी किसानों पर लाठियां बरसा रहे हैं. किसानों लाठी से पिटते हुए कैमरो में कैद हो गये जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, किसानों का आरोप है कि प्राधिकरण के पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट की गई है.
नोएडा पुलिस को साथ लेकर नोएडा प्राधिकरण की टीम सोरखा गांव में खसरा संख्या 819 , 834 ,835 पर से कब्जा हटाने के लिए पहुंची थी. वहां कुछ लोगों से कहासुनी होने के बाद प्राधिकरण के पुलिसकर्मियों ने लाठी चलाना शुरु कर दिया. जिससे नाराज होकर सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में थाने के गेट पर बैठ गए और धरना शुरू कर दिया, किसान लाठी चलाने वाले दो सिपाहियों पर कार्रवाई की मांग की.
किसानों ने नोएडा डीसीपी युमना प्रसाद को मौके पर बुलाया, लाठी चलाने वाले सिपाहियों जितेंद और रहिसुद्दीन पर कार्रवाई की मांग की. किसान और पुलिस अधिकारियों मे बातचीत जारी है.