Mukhtar Ansari News: बांदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम किए जाने के बाद मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्‍दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है. मुख्तार अंसारी का शव लेकर 26 गाड़ियों का काफिला शाम पौने पांच बजे कड़ी सुरक्षा के बीच गाजीपुर के लिए रवाना हो गया. देर रात गाजीपुर में मुख्तार का शव पहुंचेगा और फिर अगले दिन शनिवार को (30 मार्च) गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी सुपुर्द-ए-खाक होगा. जो अंसारी परिवार के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित है.


वहीं मोहम्मदाबाद यूसुफपुर में दुकानें और बाजार बंद हैं तथा लोग मुख्तार के शव का इंतजार कर रहे हैं. मुख्तार अंसारी के जनाजे में परिवार के लोग और दूर के रिश्तेदारों सहित करीब 100 लोग शामिल होंगे. कालीबाग कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी के सुपुर्द-ए-खाक की तैयारी भी पूरी कर ली गई हैं. इस खबर में जानें कि पिछले 24 घंटे में क्या कुछ हुआ.


बांदा जेल में बिगड़ी मुख्तार अंसारी की तबीयत


मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद था और उसकी 28 मार्च (गुरुवार) को फिर से तबीयत बिगड़ी तो उसे बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई.


मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा सहित कई जिलों में सुरक्षा बढ़ी


बांदा में हुई मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा मेडिकल कॉलेज को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया था. इसके साथ ही पूर्वांचल के जिले गाजीपुर, मऊ और प्रयागराज में भी सुरक्षा बढ़ाई थी.


इलाहाबाद हाईकोर्ट से झटका


मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को पिता के जनाजे में शामिल होने की इजाजत नहीं मिली है. इसे लेकर परिवार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कासगंज जेल में बंद विधायक बेटा अब्बास अंसारी पिता मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होना चाहता था. इसके लिए उसने एक याचिका भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में डाली थी लेकिन जिस बेंच को इस मामले की सुनवाई करनी थी वह आज बैठी ही नहीं.


सुप्रीम कोर्ट में अपील


मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए अब्बास अंसारी के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के वेकेशन ऑफिसर से सम्पर्क किया है. अब्बास अंसारी के वकील ने कोर्ट से जल्द से जल्द इस मांग पर सुनवाई की अपील की है.


पोस्टमॉर्टम पर उठे सवाल


मुख्तार अंसारी के पोस्टमार्टम को लेकर भी सवाल उठे थे, मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने पोस्टमार्टम एम्स दिल्ली में कराने की मांग को लेकर जिलाधिकारी बांदा को चिट्ठी भी लिखी थी. जिसमें उसने कहा था कि उनके पिता के शव का पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टरों से कराया जाए. अपने पत्र में अंसारी ने लिखा कि उनके परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है.


मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश


उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्तार अंसारी की हत्या के मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि तीन सदस्यीय समिति मौत की जांच करेगी. मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया है कि उनके पिता को जेल में स्लो प्वाइजन दिया गया.


भाई अफजाल अंसारी ने क्या कहा


मुख्तार के भाई सांसद अफजाल अंसारी के मुताबिक मुख्तार ने दावा किया था कि उसे दो बार खाने में जहर दिया गया. अफजाल ने कहा था कि मुख्तार ने उन्हें बताया कि करीब 40 दिन पहले भी उसे जहर दिया गया था और हाल ही में शायद 19 या 22 मार्च को फिर ऐसा किया गया, जिसके बाद से उसकी हालत खराब है.


बेटे उमर अंसारी ने क्या कहा


मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया कि जेल में उसके पिता को धीमा जहर दिया गया था. हालांकि अधिकारियों ने इस आरोप से इनकार किया है. उमर अंसारी ने कहा, 'मेरे पिता ने हमें बताया था कि उन्हें 'धीमा जहर' दिया जा रहा है और अब पूरा देश इस बारे में जानता है.


कृष्णानंद राय के भतीजे आनन्‍द राय ने क्या कहा


मोहम्मदाबाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक रहे कृष्णानंद राय के भतीजे आनन्‍द राय ने कहा, "भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं". उन्होंने कहा कि यह भगवान का न्याय है. साल 2005 में विधायक कृष्णानंद की राय की हत्या में अंसारी और उसके परिजनों को आरोपी बनाया गया था.


मुख्तार अंसारी की मौत पर आकाश आनंद बोले- स्तब्ध हूं


बीएसपी नेता और मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने कहा है कि पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मौत की खबर से स्तब्ध हूं. यूपी में कानून व्यवस्था का हाल बहुत खराब है. पुलिस की हिरासत में जेल में हत्या, कचहरी में हत्या, अस्पताल में हत्या और अब मुख्तार अंसारी की संदेहास्पद मौत प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है. कुदरत इनके परिजनों को दुख सहने की शक्ति दे.


काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक होगा मुख्तार अंसारी


मुख्तार अंसारी के शव को काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा जो अंसारी परिवार के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित है. इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के मां-पिता की कब्र हैं.


मुख्तार अंसारी की मौत पर राजनाथ सिंह का बयान


मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कॉन्सपिरेसी थ्योरी को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (29 मार्च) को कहा कि मुख्तार अंसारी को जहर दिए जाने के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. अगर कोई इसकी जांच कराना चाहता है, तो वो करवा सकता है. 


30 जून, 1963 को उत्तर प्रदेश के यूसुफपुर में जन्मे मुख्तार अंसारी ने अपराध की गलियों से लेकर सत्ता के गलियारों तक का सफर किया. अंसारी ने 1980 के दशक में अपराध की दुनिया में कदम रखा. 1990 के दशक में संगठित अपराध में उनकी भागीदारी बढ़ गई, खासकर मऊ, गाजीपुर, वाराणसी और जौनपुर जिले में. मुख्तार अंसारी 1996 से मऊ से लगातार पांच बार विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे. कुछ लोगों ने अंसारी में रॉबिन हुड की छवि देखी, तो अन्य ने उन्‍हें आपराधिक गतिविधियों में लगे रहने वाले के रूप में देखा.


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