Mathura News: मथुरा में अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने यहां कहा कि अयोध्या में बना भगवान राम का भव्य मंदिर किसी व्यक्ति विशेष के पैसे से नहीं बल्कि देश के उन आठ करोड़ हिन्दुओं के पसीने की कमाई से बना है, जिन्होंने सवा-सवा रुपया इसके निर्माण के लिए वर्ष 1989 में चलाए गए अभियान में दान दिए थे. तोगड़िया बुधवार को वृन्दावन के एक आश्रम में संवादाताओं को संबोधित कर रहे थे.


उन्होंने कहा कि अयोध्या में बना राम मंदिर हिन्दुओं की विजय का स्मारक है. तोगड़िया ने कहा कि इस मंदिर को बनाने के लिए वर्ष 1989 में आठ करोड़ हिन्दुओं ने सवा-सवा रुपया दान दिया था इसलिए मंदिर किसी एक व्यक्ति के पैसे से नहीं बल्कि आठ करोड़ हिन्दुओं के पैसे से बना है.


कोर्ट ने ज्ञानवापी में पूजा करने का दिया आदेश 
विहिप नेता ने कहा कि वर्ष 1989 में पैसे आने के बाद मंदिर निर्माण की शुरुआत के लिए हमने 240 गुना 120 फीट के आधार वाले भव्य मंदिर का डिजायन बनवाकर पत्थर गढ़ने का काम शुरु करा दिया था और बीते 32 वर्षों में 60 हजार घनफीट पत्थर सवा रुपए के चंदे से आए पैसे से बनाये गये. तोगड़िया ने दावा किया कि इस समय, जो मंदिर बना है वह उसमें से 54 हजार घनफीट आधार उन्हीं पैसों से तैयार किया गया है इसलिए कह सकते हैं कि यह मंदिर आठ करोड़ हिन्दुओं के सवा रुपए से बने 54 हजार घनफीट पत्थर से बना है. इसलिए मंदिर में आठ करोड़ हिन्दुओं का पसीना लगा है.


वाराणसी जिला न्यायालय के बुधवार को ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में पूजा करने के आदेश पर तोगड़िया ने कहा कि काशी जिला न्यायालय ने आज भगवान काशी विश्वनाथ की ज्ञानवापी में पूजा करने शुरु का आदेश दिया. अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद इस आदेश का स्वागत करती है. उन्होंने कहा कि वर्ष 1993 से पहले भी वहां पूजा हुआ करती थी. न्यायालय के इस आदेश के बाद वह आशा करते हैं कि राम मंदिर की भांति ही काशी व मथुरा में भी भव्य मंदिर फिर से बनें और हिन्दुओं की श्रद्धा का भारत में सम्मान हो.


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