Prayagraj News: माफिया अतीक अहमद और उसके परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा फर्जीवाड़ा कर 50 करोड रुपये की वक्फ संपत्ति को बेचे जाने के मामले में अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले सद्दाम पर प्रयागराज पुलिस ने शिकंजा कसा है. अशरफ के साले सद्दाम के खिलाफ इस मामले में बी वारंट जारी कर बदायूं जेल में तामील कराया गया है. अशरफ का साला इस समय बदायूं जेल में ही बंद है. 


फर्जीवाड़े के मामले में अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और साले सद्दाम और जैद मास्टर समेत आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ 18 नवंबर को प्रयागराज के पुरामुफ्ती थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी. पुरामुफ्ती पुलिस ने 3 दिन पहले ही कोर्ट से बी वारंट हासिल किया था. बी वारंट के आधार पर पुलिस अब सद्दाम को प्रयागराज की कोर्ट में पेश कराएगी और यहां से वक्फ संपत्ति फर्जीवाडा केस में भी उसका रिमांड लेगी.


रिमांड बनने से अब सद्दाम की मुश्किलें बढ़ेंगी. वहीं इस मामले में फरार चल रही जैनब फातिमा, उसके भाई जैद मास्टर व अन्य की तलाश की जा रही है. इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जगह पर दबिश दे रही है. एफआईआर के मुताबिक अतीक अहमद उसके भाई अशरफ और परिवार के अन्य सदस्यों ने पुरामुफ्ती इलाके के सल्लाहपुर गांव में 50 करोड रुपये की वक्फ संपत्ति पर अपने रसूख से कब्जा किया और बाद में फर्जीवाडा कर उसे दूसरे लोगों को बेच दिया.


इस मामले में कुल सात लोगों के खिलाफ दर्ज हुई थी एफआईआर 


इस जमीन का कुछ हिस्सा प्लाट के तौर पर बेचा गया था, जबकि कुछ पर दुकान व मकान बनवाकर उसे बेचा गया था. इस मामले में माफिया अतीक के परिवार वालों के साथ ही वक्फ प्रॉपर्टी के मुतवल्ली मोहम्मद असियम, उसकी पत्नी जन्नत, माफिया के करीबी सिबली प्रधान और तारिक के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ था. इस मामले में कुल सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. माफिया अतीक और उसके परिवार द्वारा अल्लाह के नाम पर दान की गई 50 करोड़ की वक्फ प्रापर्टी को फर्जीवाड़े के जरिए बेचने के मामले का खुलासा चौंकाने वाला था.


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