लखनऊ: धर्म परिवर्तन के मामले में एटीएस ने महाराष्ट्र के इरफान शेख, हरियाणा के मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान और नई दिल्ली के राहुल भोला को गिरफ्तार किया है. एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि तीनों कुछ दिन पहले पकड़े गए उमर गौतम और जहांगीर के इशारे पर गैर हिंदू व्यक्तियों को बहला-फुसलाकर इस्लाम धर्म कबूल कराते थे. इसके साथ ही उमर गौतम के इंटरनेशनल कनेक्शन का भी एटीएस ने खुलासा किया है. एटीएस अधिकारियों के मुताबिक उमर गौतम का संबंध कनाडा के बिलाल फिलिप से है जो दोहा में इस्लामिक ऑनलाइन यूनिवर्सिटी चलाता है.


हुए चौंकाने वाले खुलासे 
खुलासे में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इरफान शेख दिल्ली में मिनिस्ट्री ऑफ चाइल्ड वेलफेयर में इंटरप्रेटर का काम करता है. अपनी नौकरी के चलते वो मूक-बधिर लोगों के बीच अच्छी पहुंच रखता है. इरफान इस्लामिक दावा सेंटर के संचालक उमर गौतम से जुड़कर नोएडा डेफ सोसायटी के मूक-बधिर छात्रों को इस्लाम की जानकारी देता था और अन्य धर्मों की बुराई करता था. इरफान मूक-बधिर छात्रों के मन में उनके मूल धर्म के प्रति नफरत का भाव पैदा करके इस्लाम धर्म अपनाने के लिए तैयार करता था. राहुल भोला और मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान भी मूक-बधिर हैं. मन्नू यादव ने भी धर्म परिवर्तन कराया है, तीनों मिलकर उमर गौतम और जहांगीर के लिए काम करते थे. मूक-बधिर बच्चों का धर्म परिवर्तन कराने के बाद नई दिल्ली के बाटला हाउस स्थित इस्लामिक दवाह सेंटर से उनका धर्मांतरण प्रमाण पत्र बनवाया जाता था. कानपुर के मूक-बधिर छात्र आदित्य गुप्ता का धर्मांतरण मन्नू यादव ने ही कराया था. 


कनाडा के बिलाल से हैं उमर के संबंध
उमर गौतम के संबंध कनाडा के बिलाल फिलिप से भी सामने आए हैं. बिलाल फिलिप दोहा में इस्लामिक ऑनलाइन यूनिवर्सिटी चलाता है. उमर की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर बिलाल की यूनिवर्सिटी की ऑनलाइन परीक्षाएं आयोजित करने का अधिकारिक केंद्र थी. बिलाल बड़े पैमाने पर रेडिकलाइजेशन करता है. उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित भी किया गया है. वर्ष 2014 में बिलाल को फिलीपींस में गिरफ्तार भी किया गया था.


असम की संदिग्ध संस्था मरकज उल मारिफ से भी जुड़ा है उमर
एटीएस की छानबीन में उमर गौतम का असम की संदिग्ध संस्था मरकज उल मारिफ से भी लेन-देन सामने आया है. मरकज उल मारिफ के खिलाफ असम में टेरर फंडिंग और विदेशी मुद्रा अधिनियम के कई मामलों में केस दर्ज हैं. संस्था के बैंक खातों और उमर के बैंक खातों के बीच लेन-देन के पुख्ता प्रमाण एटीएस को मिले हैं.


धर्मांतरण कराने वालों की जांच के लिए 32 जिलों के एसपी को लिखा पत्र
एटीएस ने धर्मांतरण कराने वाले 1000 लोगों की जांच के लिए यूपी के 32 जिलों के एसपी को पत्र लिखा है. एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि धर्मांतरण कराने वालों वाले सभी व्यक्तियों का सत्यापन कराया जा रहा है. एटीएस ने सत्यापन के लिए पुलिस अधीक्षकों से संपर्क किया है.


उमर के बैंक खातों में मिले 50 लाख रुपए
एटीएस की छानबीन में उमर के बैंक खातों में 50 लाख रुपये मिले हैं. एटीएस अधिकारियों ने बताया कि उमर ने वर्ष 2010 में इस्लामिक दवाह सेंटर की स्थापना की थी. वो संस्था के अलावा अपने निजी और परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में विदेशों से रुपए मंगाता था. उसने अपनी संस्था का ना कभी ऑडिट कराया और ना ही इनकम टैक्स जमा किया. पुलिस संस्था के खिलाफ कार्रवाई के लिए इनकम टैक्स और अन्य संबंधित विभागों से पत्राचार कर रही है.


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