UP News: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Brijesh Pathak) ने नोएडा में ट्विन टावर (Twin Tower) ध्वस्त किए जाने के बाद पहली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ध्वस्तीकरण के बाद अब आगे जांच की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और इसमें जो भी अधिकारी और कर्मचारी लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे काम में लिप्त पाए जाने वालों पर होगी कार्रवाई - बृजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव के समय में बने ट्विन टावर को माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अब ध्वस्त कर दिया गया है और इससे हमारी सरकार ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि जो भी इस तरह के किसी भी कार्य में लिप्त रहेगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद दोनों टावर को गिराया गया है. इसके लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया. आज दोपहर 2.30 बजे डायनामाइट से विस्फोट किया गया और 9 सेकेंड के अंदर ही दोनों बिल्डिंग ताश के पत्ते की तरह गिर गई.
मामले पर जारी है राजनीति
उधर, बिल्डिंग गिराने की खबर से लोगों में कौतुहल देखने को मिला और आसपास के शहरों से लोग इस ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को देखने नोएडा पहुंच गए. हालांकि पुलिस प्रशासन ने उन्हें इलाके में जाने से रोक दिया. बिल्डिंग को गिराने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे और नोएडा एक्सप्रेसवे को भी आधे घंटे के लिए बंद कर दिया गया था. वहीं इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई. सत्तारूढ़ बीजेपी ने सपा पर भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का आरोप लगाया. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि नोएडा का सुपरटेक ट्विन टावर अखिलेश यादव और सपा के शासनकाल के भ्रष्टाचार और अराजकता की नीति का जीवंत प्रमाण है. बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए सपा नेता अनुराग भदौरिया ने पलटवार करते हुए कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. भ्रष्टाचार करने वालों को चारों तरफ सिर्फ भ्रष्टाचार ही दिखाई देता है.
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