Lok Sabha Elections 2024: रायबरेली लोकसभा सीट का चुनाव लगातार दिलचस्प होता जा रहा है. यहां से एक तरफ राहुल गांधी हैं तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने अपने मौजूदा मंत्री दिनेश सिंह को यहां से प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी ने दिनेश सिंह को जिताने के लिए तमाम सियासी समीकरण जुटाने में लगी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को ऊंचाहार से विधायक मनोज पांडे भी भाजपा में शामिल हो गए तो वहीं कांग्रेस ने भी अब इस दांव की काट निकल ली है. 


रायबरेली लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी के गढ़ के रूप में मानी जाती रही है. यहां से इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू, शीला कौल, सतीश शर्मा और सोनिया गांधी सरीखे नेताओं ने लगभग पांच दशक तक राज किया है. इस बार कांग्रेस पार्टी से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी को घेरने के लिए पूरी ताकत लगा दी है.  


बीजेपी ने रायबरेली में लगाई पूरी ताक़त
भारतीय जनता पार्टी ने अपने मौजूदा मंत्री दिनेश सिंह को मैदान में उतारा है, बीजेपी ने दिनेश सिंह को जिताने के लिए पूरा जोर लगाया हुआ है. यहां के जातीय समीकरण को साधने के लिए चुनाव से पहले ऊंचाहार सीट से सपा विधायक मनोज पांडे को भी अपने पाले में मिला लिया है. अमित शाह खुद मनोज पांडे के घर जा चुके हैं तो वहीं शुक्रवार की रैली में उन्होंने मनोज पांडे को अपनी पार्टी में शामिल तक कर लिया. 


लेकिन अब कांग्रेस पार्टी ने मनोज पांडे की काट ढूंढ ली है. कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कर्ष मौर्य का समर्थन कांग्रेस के पक्ष में पा लिया है. उत्कर्ष मौर्य ने शुक्रवार को प्रियंका गांधी से मुलाकात की जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस का समर्थन करने का एलान कर दिया है. 


आपको बता दें कि ऊंचाहार विधानसभा से उत्कर्ष मौर्य विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं और इस सीट पर मौर्य बिरादरी का वोट अच्छा खासा है जिसमें उत्कर्ष मौर्य काफी दखल रखते हैं. उनके आने से कांग्रेस इस क्षेत्र में और मजबूत होगी. इसे मनोज पांडे की काट के तौर पर भी देखा जा रहा है.


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