UP Lok Sabha Chunav 2024: पांचवें चरण चुनाव में भी देश में कई ऐसी लोकसभा सीट रही हैं जहां बीते वर्षों की तुलना में कम वोटिंग हुई है. हालांकि वाराणसी जिला प्रशासन महीनो पहले से ही जनपद में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है. इसी क्रम में अब बच्चे भी वोटरों को जागरूक करने के लिए अपने घरों से बाहर निकलेंगे. वाराणसी में सातवें चरण 1 जून को वोटिंग होगी. इससे पहले बच्चे स्कूल रैली और अन्य जागरूकता अभियान के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करेंगे और वोट करने के लिए अपील करेंगे.


वाराणसी की लोकसभा सीट देश में सबसे वीआईपी सीट मानी जाती है.  सातवें चरण 1 जून को यहां पर वोटिंग होगी. इसको लेकर महीनो पहले से ही वाराणसी जिला प्रशासन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए तैयारी की है. अलग-अलग रैलियां और जन जागरूकता संदेश के माध्यम से प्रत्येक विधानसभा के वोटरों को जागरूक किया जा रहा है. अब इसी क्रम में मतदाताओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी बच्चों पर भी है. मई के अंतिम सप्ताह से स्कूलों के बच्चों द्वारा रैली निकाली जाएगी. बीते वर्षों की तुलना में वाराणसी के कुल आठ विधानसभा में सबसे कम मतदान सेवापुरी, पिंडरा,  कैंट विधानसभा में हुए थे . वाराणसी के जिन विधानसभाओं  में सबसे कम वोटिंग हुई थी उन पर खास तौर पर ध्यान दिया जा रहा है.


1 जून का मिला होमवर्क
वाराणसी के अलग-अलग शिक्षण संस्थाओं ने भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अब कमर कस ली है. छात्रों और बच्चों को इस बात का संकल्प दिलाया जा रहा है कि 1 जून को आपको न केवल अपने घर के सदस्यों बल्कि आसपास के पड़ोस के लोगों को भी मतदान करने के लिए प्रेरित करना है. घर-घर जाकर आप लोगों को यह ध्यान देना है कि इस लोकतांत्रिक पर्व में कोई भी वोटर छूट न जाए. स्कूली बच्चों और छात्रों के लिए यह 1 जून का सबसे बड़ा होमवर्क है.


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