UP Lok Sabha Chunav 2024:  यूपी के सिद्धार्थनगर में सियासी रण तेज होने वाला है. दो दिग्‍गजों के चुनाव मैदान में उतरने से यहां मुकाबला रोचक हो गया है. लंबे इंतजार के बाद समाजवादी पार्टी ने भीष्‍म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी पर भरोसा जताया है. तो वहीं कुछ दिन पहले बसपा ने ख्‍वाजा शमशुद्दीन को टिकट दिया है. इसके पहले भाजपा ने भी लगातार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए जगदंबिका पाल पर भरोसा जताया है. इस सीट पर ये देखना दिलचस्‍प होगा कि कमल के चक्रव्‍यूह को तोड़कर क्‍या साइकिल हाथी से तेज निकलेगी.


सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज (Domariyaganj) लोकसभा सीट गठबंधन से सपा प्रत्‍याशी भीष्‍म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी पहली बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं. इसके पहले वे संत‍कबीरनगर से बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर सांसद रह चुके हैं. हालांकि इसके बाद हुए चुनाव में उन्‍हें भाजपा के शरद त्रिपाठी से साल 2014 और प्रवीण निषाद से हार का सामना करना पड़ा था. भीष्‍म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवंगत हरिशंकर तिवारी के बड़े पुत्र हैं. उनके छोटे भाई विनय शंकर तिवारी गोरखपुर के चिल्‍लूपार से बसपा के विधायक रह चुके हैं.


छठी बार चुनाव लड़ेंगे जगदंबिका पाल
सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज लोकसभा सीट से भाजपा के जगदंबिका पाल छठीं बार चुनाव लड़ेंगे. पांच बार में एक बार यानी 2004 में कांग्रेस के टिकट पर बसपा के मोहम्‍मद मुकीम से उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2009 में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल हुई. साल 2014 में पाला बदलकर भाजपा में चले गए. मोदी लहर में इन्‍हें जीत मिली. साल 2019 में फिर इन्‍हें जीत हासिल हुई. इस बार साल 2024 फिर भाजपा ने उनके ऊपर भरोसा जताया है.


बसपा ने ख्‍वाजा शमशुद्दीन को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है. ख्‍वाजा शमशुद्दीन गोरखपुर के रहने वाले हैं, लेकिन उनकी जड़ें सिद्धार्थनगर से जुड़ी हैं. वहां उनका ननिहाल भी है. उन्‍हें भी पूरा भरोसा है कि बसपा को वहां जनाधार मिलेगा. लोगों के समर्थन से वे जीत हासिल करेंगे. भीष्‍म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी का राजनीति में खासा अनुभव है. वे बसपा से सांसद रहे और कद्दावर नेताओं में उनकी गिनती होती रही है. अब वे सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. उन्‍हें भी अपनी जीत का पूरा भरोसा है. क्‍योंकि वे ब्राह्मण कुल से आते हैं और ब्राह्मण-मुस्लिम गठजोड़ का उन्‍हें फायदा मिल सकता है.


19 लाख से ज्यादा है मतदाता 
सिद्धार्थनगर जिले की लोकसभा सीट डुमरियागंज के नाम से जानी जाती है. इस लोकसभा की कुल मतदाताओं की कुल संख्या 19 लाख 52 हजार 37 है. इसमें 10 लाख 39 हजार 7 सौ 26 पुरूष व 9 लाख 12 हजार 1 सौ 65 महिला हैं. एक सौ 46 अन्य मतदाता है. इस बार 2024 के लोक सभा चुनाव मे यहां 2 हजार 1 सौ 78 मतदान स्थल और 1 हजार 6 सौ 04 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. डुमरियागंज लोकसभा का चुनाव 6 वें चरण में 25 माई को होना है.  जातिगत आंकडों पर नजर डालें तो डुमरियागंज लोकसभा सीट मुस्लिम बाहुल्‍य सीट मानी जाती है. यहां 24 प्रतिशत मुस्लिम, 27 प्रतिशत पिछडा, 18 प्रतिशत दलित, 13 प्रतिशत ब्राम्हण, 6 प्रतिशत कायस्थ, 6 प्रतिशत वैश्य, 3 प्रतिशत क्षत्रिय और बाकी में अन्य जातियां है.


सिद्वार्थनगर जिला भारत नेपाल सीमा पर स्थित है. इसकी करीब 68 किलो मीटर सीमा नेपाल से सटी हुई है. इसकी सीमाएं उत्तर प्रदेश के महराजगंज, संतकबीरनगर, बस्ती, बलरामपुर और गोण्डा जिलों से  मिलती है. 1989 में यह जिला  बस्ती जिले से कटकर वजूद में आया. भगवान गौतम बुद्ध ने अपने शुरूआती जीवन के 35 वर्ष यहीं गुजारे. डुमरीयागंज संसदीय क्षेत्र के आर्थिक स्थिति की बात करें, तो इसकी गिनती अति पिछड़े क्षेत्रों में होती है. यह जनपद उद्योग और विकास के मामले में हाशिए पर है. यहां के लोगों के आय का मुख्य श्रोत कृषि है. काला नमक चावल यहां की पहचान है. नौकरी की तलाश मे बडे शहरों में युवाओं का पलायन यहां की मजबूरी है.


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