कानपुरः कोरोना की दूसरी लहर में अपराध का ग्राफ कुछ थमा तो पुलिस ने भविष्य की योजनाओं पर और अपराध के ग्राफ को लगातार कम रखने के बारे में काम शुरू कर दिया. मसौदा तैयार किया जा चुका है कि आने वाले दिनों में विभिन्न तरह के अपराधों से किस तरह बेहतर पुलिसिंग करते हुए कानपुर की जनता को राहत दिलाई जाएगी. 

पुलिस का मसौदा तैयारसाइबर अपराध पर अंकुश, वक़्त पर विवेचना महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा में लगाम, संगठित और असंगठित अपराध में कमी लाकर आने वाले दिनों में कानपुर पुलिस केस से लड़ने जा रही है. इसका मसौदा तैयार किया जा चुका है दरअसल कोरोना की दूसरी लहर आने से ठीक पहले कानपुर को पुलिस आयुक्त प्रणाली में शामिल किया गया. जब तक ठीक से पुलिस कमिश्नरी लागू होती कोरोना दूसरी लहर ने तबाही मचा दी. अपराध का ग्राफ कम हुआ तो शहर में तैनात 13 आईपीएस अफसरों ने पुलिस कॉमिशनर असीम अरुण ने भविष्य की योजनाओं का मसौदा तैयार करना शुरू कर दिया. 

कानपुर के लिए है शानदार तैयारीऐसे में कानपुर की कुछ मूलभूत और बहुत पुरानी समस्याओं पर फोकस किया गया और उन्हें खत्म करने पर मसौदा तैयार किया गया. कानपुर पुलिस आयुक्त के मुताबिक सबसे पहले कानपुर के ट्रैफिक को संभाला जाएगा. कानपुर शहर में बेतरतीब घूमने वाले वाहनों के न सिर्फ चालान किए जाएंगे बल्कि उनको ट्रैफिक मैनेजमेंट और ट्रैफिक नियमों का पालन करना सिखाया जाएगा. वहीं घरेलू हिंसा में महिलाओं के साथ होने वाले अन्याय के लिए कानपुर की पुलिस ने प्रबल प्रतिक्रिया नाम का ऑपरेशन लागू करने पर मसौदा तैयार कर लिया है. 

पुलिस कमिश्नर का है ये दावाइसके अलावा रोजाना बढ़ रहे साइबर अपराध पर भी नकेल कसने के लिए पुलिस ने हर थाने में दो साइबर साथियों की तैनाती की योजना बनाई है. थानों के विजिट करने पर तमाम कबाड़ में तब्दील हो चुके वाहनों को आप और हम देखते आये हैं. ऐसे में इन कंडम वाहनों को भी विधिक कार्यवाही करते हुए यार्ड में भेजने की योजना भी पुलिस ने बना ली है. पुलिस आयुक्त असीम अरुण का कहना है कि कॉमिशनरी में 34 थाने हैं और 13 आईपीएस अधिकारियों पर महानगर को बेहतर पुलिसिंग देने की ज़िम्मेदारी है. ऐसे में आउटर पुलिस के साथ फ़ोर्स बांटने के बाद इन योजनाओं को बहुत तेजी से लागू कराया जाएगा. 

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