Kanpur News: कानपुर पुलिस कमिश्नरेट (Kanpur Police Commissionerate) ने एक बड़ा फैसला किया है.आतंकवाद से लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध की जांच करने के लिए एक विशेष दल का गठन किया गया है.ज्वाइंट कमिश्नर पुलिस के नेतृत्व में ये स्पेशल सेल काम करेगी. जिस पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले अपराधों और आतंकवाद से संबंधित अपराधों पर विशेष निगाह रखी जाएगी. आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले अपराधों से निपटने के लिए कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने एक बड़ी रणनीति तैयारी की है. 


कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने एक स्पेशल सेल का गठन किया है जो सीधे ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस आनंद प्रकाश तिवारी के नेतृत्व में काम करेगी. इसमें एक इंस्पेक्टर और 4 दरोगा को तैनाती की गई है. इसके साथ ही इसमें 8 से 10 सिपाहियों की तैनाती भी की जाएगी. ऐसे विशेष दल का गठन करने का मकसद बढ़ते अपराध और आतंकवाद पर लगाम लगाया जाना माना जा रहा है.


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पीएफआई नेटवर्क को लेकर एनआईए पूरे देश में कार्रवाई कर रही है. ऐसे में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में विशेष दल का गठन किए जाने का सीधा सा मतलब निकाला जा सकता है. कानपुर को आतंकियों के स्लीपर सेल का ऐशगाह भी माना जाता है. ऐसे में पुलिस भी आतंकवाद और उससे जुड़े संगठनों पर तेजी से कार्रवाई की बुनियाद तैयार कर सके और उस पर निर्णायक कार्रवाई करें इसके लिए विशेष दल का गठन किया गया है. पुलिस कमिश्नर बीबी जोगदंड की माने तो इस विशेष दल को अन्य दलों से अलग ही रखा जाएगा हालांकि इसकी गोपनीयता को बरकरार रखने के लिए पूरी कोशिश रहेगी. स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच का हिस्सा नहीं होगा और इसका कोई मतलब क्राइम ब्रांच से नहीं होगा. यह दल वही कार्य करेगा जो इसे सौंपा जाएगा. उग्रवाद आतंकवाद आतंकी संगठनों और प्रतिबंधित संगठनों आदि पर भी कार्रवाई के लिए भी इसपर जिम्मेदारी होगी. 


यह भी पढ़ें:- Watch: आजमगढ़ में अखिलेश यादव पर फिर बरसे ओम प्रकाश राजभर, राम और रामायण से रावण तक का किया जिक्र


इन मामलों में की जाएगी प्रभावी कार्रवाई
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद तिवारी पर उग्रवाद विरोधी विशेषज्ञ दस्ते - “विशेष शाखा “ के गठन की ज़िम्मेदारी होगी. विशेष शाखा ग़ैर क़ानूनी गतिविधियां (रोक थाम ) अधिनियम 1967 तथा संशोधित अधिनियम 2019 के अधीन मामलों में प्रभावी कार्रवाई करेगी. विशेष शाखा का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण कानपुर पुलिस कमिश्नरेट होगा. इसके द्वारा अंतरजनपदीय, अंतरराज्यीय, राष्ट्रीय, अन्तरराष्ट्रीय क्षेत्राधिकार में कार्रवाई की जा सकेगी. उग्रवाद, आतंकवाद, हिंसा, उपद्रव, उग्रवाद की फंडिंग, अवैध नागरिकों की पहचान और उनके सत्यापन तथा इस सम्बंध में प्रभावी कार्रवाई करेगी. इसके साथ ही कट्टरपंथ, प्रतिबंधित संगठनों, स्लीपर सेल आदि पर प्रभावी कार्रवाई का कार्य विशेष शाखा का होगा. विशेष शाखा सभी केंद्रीय और राज्यिक विशेषज्ञ संस्थाओं के साथ समन्वय रखेगी और समन्वित और एकीकृत कार्रवाई करेगी.


यह भी पढ़ें:- UP Politics: अखिलेश यादव लगातार तीसरी बार बने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, कहा- हम आने वाले समय में इतिहास बनाएंगे