Ranjeet Singh Judeo: उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) जनपद के समथर स्टेट के श्रीमंत और प्रदेश सरकार के पूर्व गृह राज्य मंत्री रणजीत सिंह जूदेव (Ranjeet Singh Judeo) पंचतत्व में विलीन हो गए. बुधवार को लखनऊ (Lucknow) में लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. वह 80 वर्ष के थे. जूदेव, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) और पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी (N D Tiwari) के करीबी नेताओं में शुमार थे. जूदेव के अंतिम संस्कार पर कांग्रेस के कई नेता और केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे. 


महाराजा रणजीत सिंह जूदेव के पार्थिव शरीर को समथर स्टेट लाया गया था जहां गुरुवार सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए किला मैदान में रखा गया था. वहां उनके चाहने वालों का तांता लगा रहा. उनके अंतिम दर्शन के लिए विधान परिषद सभापति मानवेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप वर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रतापगढ़ कुंडा के राजा रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया), कांग्रेस की जिला अध्यक्ष दतिया झांसी जिला के डीएम, एसएसपी और डीआईजी समेत क्षेत्र के तमाम कांग्रेसी नेता और अन्य दल के नेता पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की. अंतिम संस्कार के दौरान पूरा राजघराना भी मौजूद रहा. 


तोपों से दी गई जूदेव का सलामी
जूदेव को 7 तोपों की सलामी और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.रणजीत सिंह जूदेव ने यूपी के गरौठा- समथर विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर 10 बार चुनाव लड़ा था. वह छह बार कांग्रेस की टिकट पर विधायक रहे और एक बार विधान पार्षद भी चुनाए.  जूदेव प्रदेश सरकार में गृह राज्यमंत्री भी रहे थे. कांग्रेस के रणजीत सिंह जूदेव प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाए गए थे. समथर रियासत के राजा रणजीत सिंह जूदेव के कुंडा के विधायक राजा भैया के सगे भांजे हैं और
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समधी थे. 


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