UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adiyanath) बुधवार को सड़क सुरक्षा को लेकर प्रदेश में मीटिंग कर रहे हैं. बैठक के दौरान सभी विभागों के साथ आपसी तालमेल बनाए रखने पर भी जोर भी दिया जा रहा है. अभी सड़क दुर्घटना (Road Accident) को लेकर विभागों में तालमेल नहीं बन पा रहा है. बीते दिनों गाजियाबाद (Ghaziabad) में भी कई सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. ऐसे कई बड़े हादसे हुए हैं, जिसमें सड़क सुरक्षा इंतजाम ठीक नहीं होते हैं. वहीं हाइवे पर ज्यादातर हादसे होते रहे हैं. 


मोदीनगर में हुआ था बस हादसा
इसके अलावा सड़कों पर गड्डे के कारण हादसे होते हैं, मोदीनगर में भी ऐसे ही एक बस हादसा हुआ था. जिसमें 11 वर्षीय बच्चे की जान चली गई. इसको लेकर शासन ने कई अधिकारियों को निलंबित किया था. उसके बाद रोड सेफ्टी वाहनों की फिटनेस सभी पर को ध्यान देने के लिए कहा गया था. गाजियाबाद में तीन माह में सड़क दुर्घटना में होने वाले हादसे के आंकड़ें सामने आए हैं.


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आंकड़ें-



  • तीन माह में सड़क दुर्घटना 378 हुई है

  • तीन माह में सड़क हादसों में 159 मौत हुई है

  • तीन माह में सड़क हादसों में 292 घायल हुए हैं


एसपी का पत्र
बीते दिनों एसपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा समय-समय पर सभी विभागों को सड़क सुरक्षा को लेकर पत्र लिखते रहते हैं. एसपी ट्रैफिक ने विद्युत विभाग को भी एक पत्र लिखा है. जिसमें लिखा है कि सड़क पर बिजली के पोल खड़े हैं, उससे ज्यादातर हादसे होते हैं. कई बार जाम भी लगता है और बड़े हादसे होने के खतरे भी बने रहते हैं. सड़क के बीच में जो बिजली के पोल आ जाते हैं, अगर ट्रक से टक्कर लग जाए तो एक बड़ा हादसा भी हो जाता है.


एसपी ने विद्युत विभाग को पत्र लिखा है, जिससे कि सड़क हादसों को रोका जाए. उन्होंने लिखा है कि पोल के पास ठेली भी लगा लेते हैं, जिससे अधिक जाम की समस्या रहती है और एक बड़ा हादसा होने की संभावना बन जाती हैं. इसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.


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