लखनऊ, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकी देने के सिलसिले में बृहस्पतिवार को मामला दर्ज किया गया.


पुलिस सूत्रों ने बताया कि उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में वकालत करने वाले अधिवक्ता दिनेश चंद्र त्रिपाठी की शिकायत पर लखनऊ के गाजीपुर थाने में प्रजापति, सविता पाठक, उसकी बेटी अनन्या तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी करने और धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है.


त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि प्रजापति के खिलाफ 2017 में बलात्कार का मुकदमा दायर करने वाली सविता पाठक नामक महिला के वह वकील थे. बाद में सविता ने उनसे मुकदमे को कमजोर कर प्रजापति को छुड़ाने के लिए अभियुक्तों के पक्ष में अदालत में शपथ पत्र देने को कहा था. त्रिपाठी ने जब इसका विरोध किया तो सविता नाराज हो गई और उनके खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराने की धमकी दी.


सविता पर भी आरोप
त्रिपाठी का यह भी कहना है कि सविता ने प्रजापति के खिलाफ मुकदमे को कमजोर करके मोटी रकम इकट्ठा की है और वह उन पर भी सब कुछ 'ठीक' कराने का दबाव बना रही थी. बाद में उसने जून 2019 में चित्रकूट में तथा उसी साल जुलाई में लखनऊ में उनके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज कराए.


सविता की बेटी भी भागीदार
त्रिपाठी का आरोप है इन हरकतों में सविता की बेटी अनन्या भी भागीदार है. सविता कई बार प्रजापति से जेल के अंदर ही उनसे बात कराती थी। इस दौरान प्रजापति उनसे शांत रहने की धमकी देते हुए कहते थे कि अगर वह कुछ गड़बड़ी करेंगे तो जेल से बाहर आकर उनकी हत्या करा देंगे. इन्हीं बातों को लेकर उन्होंने सविता के मुकदमे की पैरवी करना छोड़ दिया था. बहरहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल अन्य किसी पक्ष से इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.


ये भी पढ़ेंः


यूपीः गैंगस्टर एक्ट के आरोपियों पर शिकंजा, दो लोगों की पौने तीन करोड़ की संपत्ति कुर्क

बीजेपी नेता ने लगाए कोरोना किट में घोटाले के आरोप, कहा- योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश