मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चल रही किसान महापंचायत खत्म हो गई है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि वहां बहुत भीड़ है, अभी जाने की जरूरत नहीं है.


नरेश टिकैत ने कहा, सरकार हठधर्मी हो रही है, अगर सरकार चाहती तो फैसला बहुत जल्दी हो जाता. अगर मुद्दे का हल नहीं होता तो गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन चलेगा. उन्होंने कहा कि नंदकिशोर ने आंदोलन को संजीवनी दी. भाजपा ने 70 दिन 70 तरह के आरोप लगाए. हम लाठी डंडों का प्रयोग कर देंगे, कत्ल कर देंगे, पर देश का अपमान नहीं कर सकते. टिकैत ने कहा कि चौधरी अजित सिंह को हराकर भूल कर दी. इसमें हम भी दोषी हैं. चौधरी चरण सिंह के परिवार का किसानों पर अहसान है, आगे ऐसी गलती ना करना.


इस दौरान आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा, लोटे में नमक डाल लो, जब तक कानून रद्द नहीं हो जाता तब तक इनका बहिष्कार करो. बता दें कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-उत्तरप्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन के समर्थन में हजारों किसानों ने आज मुजफ्फरनगर में एक महापंचायत में हिस्सा लिया.


नरेश टिकैत ने महापंचायत बुलाई थी


गाजीपुर में बीकेयू के नेता राकेश टिकैत के रोने और वहां दो महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों को स्थानीय प्रशासन द्वारा जबरन हटाने की आशंकाओं के एक दिन बाद पश्चिम उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में भारी संख्या में लोग एकजुट हुए. महावीर चौक के पास जीआईसी मैदान खचाखच भरा हुआ था. लोग गाजीपुर में यूपी गेट पर प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए एकजुट हुए थे. शहर की सड़कों पर सैकड़ों ट्रैक्टरों पर तिरंगा और किसान संगठनों के झंडे लहरा रहे थे. इस कारण यातायात बाधित रहा.


क्षेत्र के किसानों के मुजफ्फरनगर सम्मेलन को देखते हुए राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रमुख अजित सिंह ने भी बीकेयू को समर्थन दिया और उनके पुत्र जयंत चौधरी ने भी महापंचायत में हिस्सा लिया. पार्टी के उपाध्यक्ष चौधरी ने कहा कि आरएलडी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने बीकेयू के अध्यक्ष नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत से बात की. किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के दोनों बेटे बीकेयू का नेतृत्व कर रहे हैं. गाजीपुर में हुई घटनाओं को लेकर बीकेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने महापंचायत बुलाई थी.


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