Ayodhya News: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण बड़ी ही तेजी से हो रहा है. श्रीराम जन्मभूमी पर बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अगले साल 22 जनवरी को होना है. ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अयोध्या में लाखों की संख्या में भक्तों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. ऐसे में जहां भक्तों की भीड़ के बीत देश के साथ ही विदेशी मेहमानों के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. वहीं प्रशासन अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने पर भी काम कर रहा है.


दरअसल, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अयोध्या में आने वाली भक्तों की भारी भीड़ को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग अपनी ओर से पूरी तैयारी में जुटा हुआ है. वहीं श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से देशभर के मेडिकल कॉलेजों व निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को स्वेच्छा से सेवा करने के लिए गूगल फॉर्म भरवाया जा रहा है.


सेवा देने के लिए डॉक्टर भर रहे गूगल फॉर्म
श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज व ट्रस्ट में मेडिकल समन्वयक डॉ. पीयूष गुप्त को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी है. डॉ. पीयूष गुप्त के अनुसार राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान भक्तों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए प्रदेश ही नहीं, देश भर के चिकित्सक आवेदन कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि नेशनल मेडिकल आर्गनाजेशन (एनएमओ) और आरोग्य भारती के माध्यम से गूगल फार्म का लिंक भेजा जा रहा है. जिसे खोलने के बाद फॉर्म भरा जा सकता है.


आवेदन का सत्याप के बाद बनेगा पास


डॉ. पीयूष गुप्त का कहना है कि इस काम के लिए दिल्ली के एम्स समेत चंडीगढ़ के साथ ही प्रदेश के कई चिकित्सकों के आवेदन मिले हैं. उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर के बाद सभी के आवेदन की जांच करने के बाद चिकित्सकों के नाम, डिग्री, निवास और प्रदेश का सत्यापन कर क्यूआर कोड जारी करने के साथ ही पास भी बनाया जाएगा. मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रस्ट की ओर से उन्हें अयोध्या आने वाले इन चिकित्सकों के रहने की व्यवस्था करने की बात कही गई है.


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