प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेले के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं. माघ मेला 15 जनवरी से शुरू हो रहा है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए यहां बेहद खास इंतजाम किए जा रहे है. यहां तैनान होने वाले सभी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों का कोरोना टेस्ट भी कराया जा रहा है, इतना ही नहीं कोविड टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है.


बनाई गई कोविड टास्क फोर्स
माघ मेले की तैयारियों को लेकर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि, "16 प्रवेश बिंदू हैं जहां कोविड टास्क फोर्स का गठन किया गया है. हमने आने वाले लोगों से अपील की है वो अपनी आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट लेकर आएं."





बनाए जाएंगे कोविड जांच सेंटर
बता दें कि, इस बार माघ मेले में कल्पवासियों और संतों के शिविरों में भी तमाम पाबंदियां रहेंगी. यहां स्थाई तौर पर महीने भर या कुछ दिनों के लिए रुकने वाले सभी श्रद्धालुओं-सेवकों और कर्मचारियों का रिकॉर्ड रखना होगा. मेले में कई जगहों पर कोविड जांच के सेंटर भी बनाए जाएंगे. यहां बीमार और संदिग्ध के साथ ही रुकने वाला कोई भी श्रद्धालु अपनी जांच करा सकेगा. मेले में स्थाई तौर पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और दुकानदारों का भी रैंडम टेस्ट कराया जाएगा.


अस्पताल और आइसोलेशन वार्ड भी बनाए जाएंगे
मेले के सभी सेक्टरों में अस्पताल और आइसोलेशन वार्ड बनाए जाएंगे. कोविड सुरक्षा को लेकर सरकारी अमले का पूरा फोकस कल्पवास करने यानी एक महीने तक स्थाई तौर पर रहने वाले संत महात्माओं और श्रद्धालुओं पर होगा. प्रमुख स्नान पर्वों पर आने वाले श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द स्नान कराकर मेला क्षेत्र से वापस भेजने की तैयारी है.


सेनेटाइजेशन पर दिया जाएगा खास ध्यान
माघ मेले में सेनेटाइजेशन पर खास फोकस किया जाएगा. कोविड प्रोटोकॉल का हर हाल में पालन कराने के लिए अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. शिविरों और दुकानों के बीच दूरी रखी जाएगी. मेले में आने वाले हर व्यक्ति को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया जाएगा. कल्पवासियों के लिए ऐसी व्यवस्था रहेगी, जिसमे उनके रहने वाली जगहों पर बाहरी लोग प्रवेश न कर सकें.


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