Bahujan Samaj Party: उत्तर प्रदेश में कभी सबसे मज़बूत रही बहुजन समाज पार्टी आज अपने सबसे कमजोर दौर से गुजर रही है. ऐसे में बसपा एक बार फिर से अपने खिसकते हुए जनाधार को समेटने की कोशिश में जुट गई है. बसपा ने दलित समाज को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए घर-घर दस्तक देने का अभियान शुरू करने जा रही है, जिसके तहत पार्टी के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता दलित समाज से संपर्क करेंगे और उन्हें बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा किए गए कामों को बताएंगे.

बसपा सुप्रीमो मायावती उत्तर प्रदेश में आगामी 2027 के चुनाव को देखते हुए पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत करने में जुट गई हैं. बसपा सुप्रीमो पार्टी के घटते जनाधार को लेकर काफी चिंतित हैं. जिसके देखते हुए पार्टी की ओर से दलित जागृति अभियान शुरू किया जा रहा है जिसकी जिम्मेदारी बसपा के मंडलीय कोअर्डिनेटरों के साथ जिलाध्याक्षों को भी दी गई है. इन सभी को एक महीने के भीतर 40 बूथों को कवर करने का लक्ष्य दिया गया है. ये पदाधिकारी दलितों के घरों तक जाएंगे और उन्हें मायावती सरकार में हुए कामों को बताएंगे. 

बूथ स्तर पर पार्टी को मज़बूत करने में जुटीं मायावतीबसपा सुप्रीमो चाहती है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत किया जाएगा और पार्टी के संगठन को मजबूत किया जाएं. इसके लिए मायावती लगातार पार्टी के संगठन पर भी ध्यान दे रही है. बसपा सुप्रीमो के निर्देश पर इन दिनों पार्टी की ओर से गांव-गांव में चौपाल का कार्यक्रम चल रहा है. जिसमें समाज के कमजोर तबके, दलित और अल्पसंख्यक समाज के लोगों से संपर्क किया जा रहा है. 

पार्टी सूत्रों ने दावा किया है जल्द ही इस अभियान में मायावती के भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय कोअर्डिनेटर आकाश आनंद में जुड़ते दिखाई देंगे. जो लोगों तक पहुंचने के अभियान को मज़बूत करेंगे और दलितों से संपर्क करेंगे. इस अभियान में दलितों को ये समझाया जाएगा कि बसपा से जुड़े बिना उनका कल्याण नहीं हो पाएगा. बड़ी संख्या में युवाओं को भी पार्टी के साथ जोड़ने की तैयारी है. 

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