UP News: दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने व्यापारियों की समस्याओं को सुना. साथ ही उनकी मांगें संसद में उठाने की बात कही. इसके अलावा वरुण गांधी ने मंच से देश में कमजोर हो रही अर्थव्यवस्था सहित निजीकरण को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए है. इसके अलावा उन्होंने जीएसटी पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. 


'स्थानीय व्यापारियों को आगे बढ़ाना होगा'
व्यापारियों ने 18 फीसदी तक बढ़े जीएसटी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे कम करने की मांग की. वहीं सांसद वरुण गांधी ने व्यपारियों को सम्बोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा, "देश की आर्थिक नीति पर सबसे मजबूत वर्ग व्यपारियों को एकजुट होकर विचार करना होगा." उन्होंने आगे कहा, "ऑनलाइन कंपनी की नीतियों का विरोध करते हुए हमें धरातल पर अपने स्थानीय व्यापारियों को आगे बढ़ाना होगा, जिन्होंने कोरोना काल मे पूरी तरह से मजबूती देकर देश की सेवा की है. मैं व्यपारियों की इन समस्याओं पर विचार करके इन्हें संसद में उठाउंगा.


'देशहित के लिए करता हूं राजनिती'
वहीं अपने भाषण के दौरान वरुण गांधी ने कहा. "वरुण गांधी और मेनका गांधी ने देश में वोट के लिए राजनीति नहीं की है, बल्कि मैं देशहित मे क्रांति लाने के लिए राजनिति में आया हूं. इसलिए देश में मैं अकेला ऐसा सांसद हूं, जिसने आज तक अपनी सांसद की तनख्वाह तक नहीं ली और न ही कभी सरकारी गाड़ी की सुविधा ली."


'आर्थिक रूप से कमजोर हो रहा देश'
निजीकरण पर उन्होंने कहा, "देश में एयरपोर्ट बिक गए, देश में बाहरी कंपनियों के आने से देश आर्थिक रूप से कमजोर हो रहा है और बेरजोगारी दिनों दिन बढ़ती जा रही है. इसको लेकर देश में व्यपारियों सहित युवाओं को संगठित होकर विचार करना होगा कि वे आने वाले चुनाव में उस व्यक्ति नेता को अपना जनप्रतिनिधि बनाएं जिससे आने वाला समय खुशहाल व आर्थिक रूप से मजबूत हो सके."


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