भारतीय जनता पार्टी और कैबिनेट मंत्री व निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद के बीच तल्खी एक बार फिर से बढ़ती हुई दिख रही है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद जय प्रकाश निषाद ने संजय निषाद का नाम लिए बिना उन पर जोरदार निशाना साधा और उन्हें आधुनिक राजनीति का धृतराष्ट्र बताया. उन्होंने कहा कि वो बस अपने बेटों को सेट करने में लगे हैं उन्होंने समाज से कोई मतलब नहीं. 

Continues below advertisement

जय प्रकाश निषाद ने ये टिप्पणी रविवार को उरई में मत्स्य भाजपा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित 'मछुआरा स्वाभिमान सम्मेलन' में की. उन्होंने कहा कि आज भी भारतीय राजनीति में एक धृतराष्ट्र जिंदा है. जिसने समाज को आगे बढ़ाने के बजाय अपने परिवार को सत्ता तक पहुंचाने का जरिया बना लिया है. समाज के नाम पर पार्टी बनाने वाले इस धृतराष्ट्र ने राजनीति को गंदा कर दिया है.

उन्होंने कहा कि महाभारत के पात्र धृतराष्ट्र, जो अपने पुत्रों (कौरवों) के प्रति अंधा प्रेम रखते थे, के उदाहरण का इस्तेमाल करते हुए भाजपा सांसद ने संजय निषाद पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.

Continues below advertisement

संजय निषाद पर लगाए गंभीर आरोप

बीजेपी सांसद ने संजय निषाद पर अपने पारिवारिक हितों को साधने का सीधा आरोप लगाते हुए कहा, संजय निषाद का पूरा एजेंडा अपने बेटों को राजनीति में स्थापित करने का है. एक बेटे को भाजपा से सांसद और विधायक बनाया गया. दूसरे बेटे को समाजवादी पार्टी से सांसद बनवाया गया और अब तीसरे बेटे को निषाद समाज के बीच छोड़कर राजनीति की रोटियां सेंकने का खेल चल रहा है.

उन्होंने आगे कहा कि वो समाज की ताकत का इस्तेमाल कर, उसे जातिगत भावनाओं में उलझाकर केवल अपने घर के लोगों को आगे बढ़ा रहे हैं. ये किसी भी कीमत पर समाज की सेवा नहीं है, बल्कि यह सीधा-सीधा समाज से सौदेबाजी करना है. संजय निषाद कोई नेता नहीं हैं, वे समाज के सौदागर हैं.

जयप्रकाश निषाद ने आरोप लगाया कि संजय निषाद ने अपने बेटों की राजनीति चमकाने के लिए पूरे समाज को भावनात्मक रूप से झोंक दिया है. उन्होंने मछुआरा समाज की मेहनत और संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि परिवारवाद की राजनीति करने वाले लोग केवल अपने स्वार्थ के लिए इस समुदाय को गुमराह कर रहे हैं.  

इनपुट- प्रवीण द्विवेदी

अखिलेश यादव पर भड़के योगी सरकार के मंत्री, कहा- दलितों को स्लीपर सेल की तरह इस्तेमाल कर सपा