UP News: दिल्ली की एक अदालत द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख एवं भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और अन्य आरोप तय करने का आदेश दिए जाने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग की. कांग्रेस ने उनके बेटे को गोंडा से दिए गए (भाजपा के) टिकट को भी वापस लेने की मांग की.


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ आज दिल्ली की एक अदालत ने भाजपा के गोंडा से सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया, जिन पर एक नाबालिग समेत पांच महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है.’’


इसमें कहा गया है, ‘‘अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने आदेश पारित करते हुए कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पांच महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के अपराध के मामले में पर्याप्त साक्ष्य है. अदालत ने भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) और 354ए (यौन उत्पीड़न) के तहत आरोप तय किए हैं.’’


क्या बोले कांग्रेस नेता
रमेश ने पोस्ट में कहा, ‘‘याद करें, यह वही बृजभूषण हैं जिन्होंने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम को कमज़ोर करने की मांग की थी, जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के रूप में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया और आतंकवाद से जुड़े टाडा एवं हत्या के मामलों में भी आरोपी है.’’


कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बृजभूषण को जवाबदेह ठहराने के बजाय भाजपा ने उनके ‘कुकर्मों’ को लोकसभा टिकट से पुरस्कृत किया है. उन्होंने पोस्ट में कहा, ‘‘बदनामी से बचने के लिए भले ही टिकट उनके बेटे को दिया गया, लेकिन बृजभूषण समेत सभी लोग जानते हैं कि यह टिकट इस बात का पुख्ता सबूत है कि मोदी-शाह (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह) और पूरी भाजपा उनका पूर्ण रूप से समर्थन कर रही है.’’


रमेश ने कहा, ‘‘हाथरस, कठुआ और अंकिता भंडारी के मामलों से लेकर, प्रज्वल रेवन्ना, कुलदीप सेंगर, रामदुलार गौड़ और अब बृजभूषण सिंह को शरण देने तक, यह स्पष्ट है कि भाजपा बलात्कारियों की पसंद की पार्टी है.’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि महिला पहलवान न्याय की हकदार हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बृजभूषण के बेटे को मिले भाजपा के टिकट को तत्काल वापस लेने की मांग करती है.