नई दिल्ली. हाथरस कांड को लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन तेज हो गए हैं. शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी कई लोग जुटे. इस दौरान यहां कई राजनीतिक हस्तियां और फिल्म हस्तियां भी मौजूद रहीं. प्रदर्शन के लिए सैकड़ों लोग यहां शाम पांच बजे इकट्ठा हो गए. लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर एक स्वर में 'गुड़िया' के लिए इंसाफ की गुहार लगाई.


केजरीवाल, येचुरी और स्वरा भास्कर भी रहीं मौजूद
जंतर-मंतर पर हुए प्रदर्शन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे. इनमें सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी राजा भी मौजूद रहे. इसके अलावा आप विधायक सौरभ भारद्वाज, जिग्नेश मेवाणी और फिल्म अदाकारा स्वरा भास्कर भी पहुंचीं. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद भी यहां नजर आए.


"सीएम के इशारे पर डीएम और एसएसपी पीड़ितों को धमका रहे"
एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि यूपी में गुंडाराज चल रहा है. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री के इशारे पर डीएम और एसएसपी पीड़ितों को धमका रहे हैं. वहां, मीडिया नहीं जा सकती, उनकी आवाज उठाने के लिए कोई नेता नहीं जा सकता. जिससे स्पष्ट होता है कि मुख्यमंत्री की नीयत न्याय देने की नहीं है.


आजाद ने कहा, "इस मामले पर प्रधानमंत्री भी चुप्पी बनाए बैठे हैं, जिससे सिद्ध है कि दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है." आजाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जातिवादी हैं इसीलिए न्याय नहीं हो रहा. आजाद ने मांग की कि पीड़ित परिवार को दिल्ली आने दिया जाए.


"दलितों को मिले 20 लाख लाइसेंसी हथियार"
चंद्रशेखर ने इसके अलावा दलितों की सुरक्षा के लिए 20 लाख लाइसेंसी हथियार की मांग भी कर डाली. उन्होंने कहा, "दलितों को 20 लाख लाइसेंसी हथियार मिलना चाहिए. लाखों लोगों के पास लाइसेंस हथियार हैं. संविधान के एक्ट में यह प्रावधान है कि अगर किसी को असुरक्षा की भावना है तो उसे सरकारी लाइसेंसी हथियार मिलना चाहिए. उत्तर प्रदेश ही नहीं देश में दलित सुरक्षित नहीं है लिहाजा दलितों को अपनी सुरक्षा खुद करनी पड़ेगी."


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