Ayodhya News: राम मंदिर उद्घाटन के साथ ही अयोध्या अब तक कई बड़ी सौगातें मिल चुकी हैं. अयोध्या में सौगातों का सिलसिला जारी है. भारत का तीसरा और उत्तर प्रदेश का पहला सबसे बड़ा सोलर प्लांट अयोध्या में शुरू हुआ है. 165 एकड़ क्षेत्रफल में फैला यह सोलर प्लांट अयोध्या की विद्युत जरूरत का लगभग 30% हिस्से की पूर्ति करेगा. साथ ही भविष्य में पूरी अयोध्या की विद्युत आपूर्ति इसी सोलर प्लांट के जरिए पूरी करने की तैयारी है. 


बिजली की निर्भरता को खत्म करने के लिए सरकार सौर्य ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है. इसके के लिए केंद्र सरकार ने पीएम सूर्य घर योजना की भी शुरुआत की है. सौर ऊर्जा एनर्जी स्रोत का एक ऐसा स्त्रोत है जो कभी समाप्त नहीं होने वाला है. अब भारत सरकार वैकल्पिक एनर्जी स्रोत के तौर पर इसी के उपयोग पर पूरा जोर दे रही है. एबीपी की टीम ने सोलर प्लांट का जायजा लिया और यह समझा कि भारत को विकसित देश बनाने के दौरान जो व्यापक एनर्जी क्षमता की जरूरत होगी वह इस तरह के सोलर प्लांट से कितनी पूरी हो सकती है.


165 एकड़ में फैला है सोलर प्लांट 
अयोध्या धाम से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर यह सोलर प्लांट स्थापित किया गया है. 165 एकड़ भूमि पर पहले इस सोलर प्लांट को एनटीपीसी ने तैयार किया है. यूपी का यह पहला सबसे बड़ा प्लांट और भारत का तीसरा सबसे बड़ा प्लांट है. यह 40 मेगावाट विद्युत का उत्पादन करेगा और इससे अयोध्या की विद्युत की 30% की जरूरत पूरी हो जाएगी. कोशिश यह है कि इस प्लांट की विद्युत उत्पादन क्षमता इतनी बढ़ाई जाए कि इससे अयोध्या की विद्युत की सभी जरूरत पूरी हो सके. अयोध्या से यह महज शुरुआत है लेकिन यह विकसित होते भारत की ऊर्जा जरूरत को पूरा करने की दिशा में एक मील का पत्थर जरूर साबित होगा .


40 मेगावाट होगा विद्युत का उत्पादन
NTPC डिप्टी मैनेजर प्रवीण कुमार ने बताया कि यह प्रोजेक्ट 40 मेगावाट का है यह अपने में एक बड़ा प्रोजेक्ट है. यह सेंसिटिव के लिए बड़ा प्रोजेक्ट होता है अभी अयोध्या शहर को डेवलपमेंट किया जा रहा है. अभी सिर्फ 30% की डिमांड है वह अयोध्या शहर की है यह कंप्लीट हो जाएगी. हम भविष्य में सौर ऊर्जा को ही अपनाने वाले हैं मुझे अनुमान है इस दिशा में हम तेजी से अग्रसर हो रहे हैं.


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