Atiq Ahmad Shot Dead: उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) के आरोपी अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf Ahmed) की हत्या शनिवार देर रात हो गई थी. इस हत्याकांड के आरोपियों को घटना स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं अब इस हत्याकांड में एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली गई है. हत्याकांड में आरोपी लवलेश तिवारी (Lovelesh Tiwari), सनी सिंह (Sunny Singh) और अरुण मौर्य (Arun Maurya) के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है.


इन सभी आरोपियों के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में एफआईआर 16 अप्रैल यानी घटना के अगले दिन दर्ज हुई है. ये एफआईआर सुबह करीब दस बजे दर्ज की गई है. इसमें तीनों आरोपियों को धारा 302, धारा 307, आर्म्स एक्ट की धारा 3, आर्म्स एक्ट की धारा 7, आर्म्स एक्ट की धारा 25, आर्म्स एक्ट की धारा 27 और आपराधिक कानून संसोधन की धारा 7 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर में पुलिस ने पूछताछ के दौरान आरोपियों द्वारा दी गई जानकारियों के बारे में विस्तार से बताया है.


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क्या बोले आरोपी?
एफआईआर के अनुसार आरोपियों ने कहा, "तीनों आरोपियों का कहना है कि हम लोग अतीक-अशरफ गैंग का सफाया करना चाहते थे, जिससे प्रदेश में हमारा नाम होता. हम लोग पुलिस के घेरे के अनुमान नहीं लगा पाए और पुलिस की तेज कारवाई से पकड़े गए. हम कई दिनों से मारने की फिराक में थे. लेकिन सही समय या मौका नहीं मिला पा रहा था."


उसमें आगे लिखा हुआ है, "हत्या करने के उद्देशय के बारे में पूछे जाने पर तीनों अभियुक्तों ने बताया कि हम लोग अतीक और अशरफ गैंग का सफाया करना चाहते थे. अतीक अहमद और अशरफ के पुलिस रिमांड की सूचना जब से हमें मिली थी तब से हम लोग मीडिया कर्मी बनकर यहां की स्थानीय मीडिया कर्मियों की भीड़ में रह रहे थे."


उन्होंने आगे बताया, "हम लोगो दोनों को मारने के फीराक में थे किन्तु सही समय और मौके की नहीं मिल पाया. आज मौका मिला तो हमने घटना को अंजाम दिया." बता दें कि तीनों ही आरोपियों से अभी पूछताछ जारी है.