लखनऊः उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में रोडवेज के पास महिलाओं की सुविधाओं का हवाला देकर बनवाया गया पिंक शौचालय अब सवालों के घेरे में है. आरोप है कि यह जमीन हड़पने के लिए बनवाया गया है. यहीं कारण है कि निर्माण से पहले ही शौचालय में दुकान भी आवंटित कर दी गई हैं. नगर पालिका के चेयरमैन और ईओ पर मिली भगत का आरोप है.


मामले में एसडीएम सदर गौरव कुमार ने बताया कि एआरएम रोडवेज ने पत्र भेज कर सूचित किया है कि पिंक शौचालय के बगल में दुकान बना ली गई है. प्रथम दृष्टया जांच में भूमि बंजर खाते में है. मैनेजमेंट रोडवेज या नगरपालिका इसकी पड़ताल हो रही है. एक हफ्ते में जांच कर वैधानिक कार्रवाई करेंगे.


2020 में हुआ था उद्घाटन


केंद्र और प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. इसको ध्यान में रखते हुए आजमगढ़ रोडवेज के पास पिंक शौचालय का निर्माण कराने का प्रस्ताव पास हुआ. साल 2019 से बनकर तैयार हुए इस शौचालय का उद्घाटन साल 2020 में डीएम ने किया था.


शौचालय बंद कर खोली दुकान 


इस शौचालय निर्माण में लाखों रुपये भी खर्च हुए. उद्घाटन के बाद कुछ दिनों तक तो यह शौचालय चालू रहा लेकिन बाद में इस पर ताला लटका दिया गया. 1 सप्ताह बाद रातों-रात इसमें दुकान खोल दी गई है. शौचालय बंद कर दुकान खोलने का मामला सुर्खियों में आने पर हड़कंप मच गया.


शौचालय बना तभी इसमें दुकान भी आवंटित कर दी गई. हालांकि चर्चा है कि यह दुकान, नगर पालिका के चेयरमैन अनुमति के नहीं हो सकती. मामले में निर्माण से पहले ही जमीन हड़पने के उद्देश्य से खेल खेला गया. वहीं सरकारी धन खर्च करके अपनी जेब भरी जा रही है.


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