Eid 2024: उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में पुलिस प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईद उल फितर की नमाज नई ओर पुरानी ईदगाह पर संपन्न कराई गई. जहां ईद पर्व पर जिले के सभी ईदगाहों और मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज अदा की. नई ईदगाह और पुरानी ईदगाह शाह जमाल में मुस्लिम लोगों ने ईद की नमाज अदा कर एक दूसरे के गले लगकर ईद की बधाइयां दी.

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ईद की नमाज अदा होने के बाद शहर मुफ्ती ने बताया कि ईद की नमाज लोग सड़कों पर न पढ़े, इसको लेकर भी उनके द्वारा लोगों से अपील की गई थी. ईद की नमाज सड़कों पर अदा करने की मांग को लेकर मुस्लिम समाज के लोगों ने बुधवार को एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट को ज्ञापन सौंपकर सड़क पर नमाज पढ़ने की मांग की थी कि उन्हें ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए.

मस्जिदों में पढ़ी गई ईद की नमाजरमजान के पाक माह में एक माह तक खुदा की इबादत करने के बाद जब गुरुवार को ईद का त्योहार आया तो हर किसी के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. लोगों ने एक साथ खुदा की इबादत की और फिर एक दूसरे के गले लगकर ईद की बधाइयां दी. अलीगढ़ में ईद की नमाज नई ईदगाह और पुरानी ईदगाह शाहजमाल में अमन और चैन के साथ संपन्न कराई गई. ईद उल फितर की नमाज के दौरान सड़कों पर पढ़ी जाए. इसको लेकर भी पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस फोर्स तैनात की गई थी. 

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नई और पुरानी ईदगाह पर ईद उल फितर की नमाज अदा किए जाने के बाद शहर मुफ्ती मोहम्मद खालिद हमीद ने बताया कि नमाजियों की सड़क पर सफबंदी न हो, इसको लेकर उनके द्वारा लोगों से अपील की गई थी कि खुदा के वास्ते लोग सड़को पर नमाज न पढ़े. इसलिए उनके द्वारा फैसला लिया गया था कि नई ईदगाह में नमाज अदा हो जाने के बाद पुरानी ईदगाह पर दूसरी नमाज पढ़ी जाएगी. यही वजह है कि उनके द्वारा लोगों से की गई अपील के बाद ईद उल फितर की नमाज के दौरान एक भी व्यक्ति के द्वारा सड़क पर नमाज अदा नहीं की.

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