Deeptsav in Ayodhya: अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी अभी से तेज कर दी गई है, और हो भी क्यों ना क्योंकि 5वें दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए योगी सरकार कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहती. सरकारी तंत्र सक्रिय हो गए हैं और फिलहाल बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है. इस बार 7 लाख 50 हजार दीपक राम की पैड़ी पर जलेंगे तो डेढ़ लाख दीपक अयोध्या के सभी प्राचीन मंदिर और कुंडों की शोभा बढ़ाएंगे. शनिवार को जिला प्रशासन ने अयोध्या के सम्मानित संत समाज के साथ दीपोत्सव की तैयारी को लेकर बैठक की. इस बार का भी दीपोत्सव पांच दिवसीय होगा. प्रथम दिन एक नवंबर को रामायण कॉन्क्लेव का समापन अयोध्या में होगा. 2 नवंबर को विदेशी मेहमान अयोध्या में मौजूद रहेंगे, जो टूर एंड ट्रेवल्स के लोग रहेंगे. 3 नवंबर को सभी मुख्य कार्यक्रम रहेंगे.
3 नवंबर को होगा मुख्य कार्यक्रम
मुख्य दीपोत्सव 3 नवंबर को ही आयोजित होगा. साकेत महाविद्यालय से शोभायात्रा निकलेगी, भगवान राम का राज्याभिषेक होगा. सरयू जी की भव्य आरती होगी. राम की पैड़ी के तट पर 7.50 लाख दीपक जलाकर कीर्तिमान स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा. 4 नवंबर को लेजर शो तथा लाइटिंग बरकरार रहेगी जो 5 नवंबर तक रहेगी. दीपोत्सव को लेकर संत समाज से भी सुझाव मांगे गए हैं. हर वर्ष की तरह संपूर्ण अयोध्या एक साथ उत्सव मनाए यह मुख्यमंत्री की मंशा है.
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
वही, सुरक्षा के लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, हमने व्यापक इंतजाम किए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, मेला और आगामी दीपोत्सव की तैयारी को देखते हुए सुरक्षा का प्लान तैयार किया गया है. मेले को लेकर समन्वय बैठक संत समाज के साथ की गई है. बैठक में कार्यक्रम की सफलता और सुरक्षित माहौल में संपन्न कराए जाने पर चर्चा की गई. यातायात व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था कैसे फुलप्रूफ रहे इस पर भी चर्चा की गई है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, दीपोत्सव और मेले को लेकर के सिविल पुलिस, पीएसी, स्पेशल पुलिस एजेंसी जेल पुलिस ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था रहेगी. ट्रैफिक रूट डिटरमिनेशन और सुरक्षा व्यवस्था के साथ लोगों को सुगमता पूर्वक आने जाने के लिए सुरक्षा प्रदान करें, इस पर मंथन हुआ है. प्रशासन शांतिपूर्ण वातावरण में इस त्यौहार को संपन्न कराए जाने के लिए मुस्तैद रहेगा.
ये भी पढ़ें.