Smriti Irani At IIMU: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट उदयपुर (IIMU) में गुरुवार को एक कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी पहुंची. इस दौरान स्मृति ईरानी ने अपने सुपर हिट सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की एक रोचक जानकारी शेयर की. उन्होंने कहा कि इस सीरियल में 1800 रुपए वेतन था. उन्होंने सीरियल छोड़ने के पीछे का कारण भी बताया.


दरअसल स्मृति ईरानी बुधवार को आईआईएम उदयपुर में समलैंगिंक समानता विषय आयोजित कॉन्फ्रेंस में शामिल होने पहुंची थी. इसके साथ उन्होंने IIMU में महिला दिवस के कार्यक्रमों का उद्घाटन किया. उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की और महिलाओं के मल्टीटास्किंग पहलू की सराहना की. साथ ही वैश्विक स्तर पर किए जा रहे बहुत से महत्वपूर्ण काम पर भी प्रकाश डाला.


स्मृति ईरानी ने इसलिए छोड़ा था अपना पॉपुलर शो


उन्होंने कहा कि टीवी सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' सीरियल के शुरुआत में मुझे 1800 रुपए वेतन मिलता था. भारत की सक्रिय राजनीति में आने की इच्छा के कारण मैंने इस सीरियल को छोड़ा था. इसलिए नहीं छोड़ा कि सीरियल नहीं चल पा रहा था. बल्कि ऐसे समय छोड़ा, जब यह खासा लोकप्रिय हो रहा था. कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट ने स्मृति ईरानी से सवाल भी पूछे जिनका उन्होंने जवाब दिया. ऐसे में एक स्टूडेंट ने स्मृति ईरानी से रोल मॉडल के बारे में पूछा तो उन्होंने अपना रोल मॉडल अपनी मां को बताया.




केंद्रीय मंत्री ने दी बच्चों को क्लास


स्मृति ईरानी ने कहा कि पहली बार जब सांसद का चुनाव जीती तो दिल्ली में मुझे सरकारी आवास मिला. उस आवास के सामने ताज होटल था. वहां मेरी मां काम किया करती थीं. वो पल मेरे लिए बेहद यादगार रहा. केंद्रीय मंत्री ने भारतीय प्रबंध संस्थान उदयपुर के प्रमुख एमबीए प्रोग्राम के छात्रों को पढ़ाया भी. उन्होंने कोर कोर्स ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट में तीन बैक-टू-बैक सत्र लिए. यह छात्रों के लिए एक शानदार अनुभव था क्योंकि उनके पास एक अतिथि संकाय के रूप में एक केंद्रीय मंत्री थीं.  


स्मृति ईरानी ने केस विधि के माध्यम से एमबीए वर्ग को कई जानकारी दी. जिसमें उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के मामले पर भी चर्चा की. सत्रों में भाग लेने वाले प्रो कुणाल और प्रोफेसर सुरजीत ने स्मृती ईरानी की शिक्षण शैली की प्रशंसा की. उन्होंने बताया कि कक्षाएं प्रेरणादायक थीं और छात्रों ने पसंद भी की. भारतीय प्रबंध संस्थान उदयपुर में महीने भर की गतिविधियों की एक श्रृंखला के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का उत्सव शुरू किया.


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