Udaipur News: राजस्थान (Rajasthan) के मिड डे मील योजना (Mid Day Meal Scheme) के तहत सरकारी स्कूल में बच्चों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है , लेकिन इस मिड डे मील की कई बार शिकायत भी सामने आ चुकी है. ऐसा ही मामला उदयपुर (Udaipur) संभाग के राजसमंद (Rajsamand) जिले में भी सामने आया है. जिसमें मिड-डे-मील खाने के कारण बच्चों की हालत बिगड़ गई. उनको  हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ गया. 


इससे पहले बच्चों के बीमार होने की बात सामने आने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया. हालांकि अभी तक यह सामने नहीं आया है कि खाने में क्या खराबी थी. इसके सैंपल लेकर जांच की जा रही है. केंद्र सरकार की ओर यह योजना शुरू की गई थी. इसमें 6 से 14 वर्ष के बच्चों को स्कूल में लंच टाइम में निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है.


ये है पूरा मामला
ये मामला राजसमंद जिले के नैनपुरिया स्कूल का है. प्रिंसीपल रामबरन मीणा ने बताया कि अक्षय पात्र से मिड डे मील में रोटी और आलू की सब्जी आई थी. स्कूल के 84 बच्चों ने वो भोजन खाया. कुछ ही देर बाद एक बच्ची के पेट में दर्द होने की शिकायत सामने आई. उसे स्टाफ रूम में बिठाया गया और दवा दी गई, लेकिन कुछ ही देर के बाद एक के बाद एक कई बच्चों को पेट में दर्द होने लगा. वह चलने  तक की कंडीशन में नहीं रहे. ऐसे में बच्चों के परिजनों को सूचना दी गई और उ सभी को तुरंत जिले के राजकीय आरके हॉस्पिटल में पहुंचाया गया. 84 बच्चों में से 14 बच्चों की हालत ज्यादा खराब हो गई. हॉस्पिटल में डॉक्टर ने उनका इलाज किया. जिसके बाद उनकी हालत में सुधार है.


वहीं डॉक्टर का कहना है कि खाना खाने के बाद एक साथ समूह में बच्चों की तबीयत खराब होना फूड पॉइजिनिंग की श्रेणी में आता है,जो इन 14 बच्चों के साथ हुआ है. ऐसा तब ही हो सकता है जब या तो खाना खुला छोड़ा गया हो हो या परोसने के समय कुछ गड़बड़ी हुई हो. फिलहाल बच्चों को उपचार दिया गया है और उनकी हालत में सुधार है. वहीं बच्चों की हालत देख उनके अभिभावक रो पड़े.


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