Rajasthan Politics: राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सैनिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजोर 2 दिन के जोधपुर दौरे पर हैं. मंगलवार को शेरगढ़ में सहित परिवार के कार्यक्रम में शामिल होंगे. वहीं सोमवार को उन्होंने सर्किट हाउस में पार्टी के लोगों के साथ मुलाकात की. इस दौरान एबीपी न्यूज से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि उनका अब तक का सफर किस तरह से रहा, जिसमें कई मुश्किल आईं लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. बचपन में उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी उस दौरान चाय की दुकान पर काम करते थे. उन्होंने बर्तन भी साफ किए लेकिन आज राजस्थान की राजनीति में एक बड़ा नाम हैं.


प्रेम सिंह बाजोर ने पहला चुनाव 200 वोटों से जीता और विधायक बनें. प्रेम सिंह बाजोर का जन्म गरीब परिवार में हुआ था इसलिए वह पढ़ नहीं पाए. उनके पिता खेती करते थे और परिवार पालते थे. प्रेम सिंह बाजोर का बचपन संघर्ष भरा था. सुबह अगर खाना मिल गया तो शाम के खाने की कोई उम्मीद नहीं होती थी. आर्थिक स्थिति से जूझने के कारण 10 से 12 साल की उम्र में प्रेम सिंह बाजोर ने चाय की थड़ी पर बर्तन धोने का काम किया. वे ड्राइवर तक बने और फिर किस्मत ऐसी पलटी कि प्रेम सिंह बाजोर हर क्षेत्र चाहे व्यापार हो या राजनीति सभी जगह कामयाबी हासिल करने लगें.


अपने दम पर शहीदों के गांव में लगा रहे उनकी प्रतिमा
प्रेम सिंह बाजोर नीमकाथाना से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने. उन्हें बाजोर को सैनिक कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया. प्रेमसिंह बाजोर ने जिम्मेदारी मिलते ही शहीदों के लिए कई काम किए, हर शहीद के घर जाकर उनके परिवारों से मिले और उनकी शिकायतों का निस्तारण करने लगे. इस दौरान उन्होंने शहीदों के लिए मूर्ति की स्थापना को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से बात की तो उन्होंने प्रतिमा लगाने से मना कर दिया. प्रेम सिंह बाजोर ने उस समय अपने दम पर शहीदों के गांव में उनकी प्रतिमा लगवाने का निर्णय लिया. यह सिलसिला अभी भी जारी है.


सरकार में लॉ एंड आर्डर बिल्कुल फेल है: प्रेम सिंह
प्रेम सिंह ने कहा कि बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी बने हैं जिन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भेजा है. मोदी जी ने देश के किसी भी राज्य में किसी को भेजा है वहां पर सरकार है और वहां शानदार राज हो रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तो देश में सिमट गई है. एक कोने में पड़ी है. राज को लाने में और एक एमएलए को जिताने में कितनी मेहनत करनी पड़ती है. इन्होंने राज के लिए शपथ ली है और उस दिन से एक दिन भी कभी शांति से नहीं बैठे हैं. रोजाना सिर फोड़ रहे हैं. कहां से आएगी इनकी सरकार? कैसे आएगी? प्रेम सिंह ने आगे कहा कि इनकी सीटें जनता एक-एक दिन गिन-गिन कर निकाल रही हैं. सरकार में लॉ एंड आर्डर बिल्कुल फेल है, जगह जगह गोलियां चल रही हैं. लूटमार चल रही है.


उन्होंने कहा कि यहां पटवारी 25 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाता है, तो आप अंदाजा लगाइए कि कलेक्टर एसपी तो क्या लेते होंगे. जनता का बहुत बड़ा नुकसान हुआ हैं. वसुंधरा राजे के बारे में बात करते हुए प्रेम सिंह ने कहा कि जब मैडम गई थी तो 15 हजार करोड़ का कर्जा था. लेकिन इनके 4 साल के लेखा-जोखे का हिसाब 35 हजार करोड़ से ज्यादा हो गया है. अभी 1 साल और बाकी है, हो सकता 50 हजार करोड़ से भी ज्यादा हो जाए. यही तो लूट होती हैं. उन्होंने दावा किया कि जहां बीजेपी का राज है वहां लूट नही हैं, वहां एक पैसे की बेईमानी नहीं होने देते हैं.


मैंने इससे गंदा राज कभी नहीं देखा: प्रेम सिंह
प्रेम सिंह ने आगे कहा कि मैं 45 साल से राजनीति में हूं और मैंने इससे गंदा राज कभी नहीं देखा. अशोक गहलोत दो बार मुख्यमंत्री रहे उस समय इनकी कार्यशैली भी बहुत बढ़िया थी. प्रदेश में इन्होंने काम भी किया था. इस बार तो इन्हें ग्रहण लगा हुआ है. ऐसा राज हमने पहले कभी नहीं देखा. सभी पढ़ने वाले बच्चे परेशान हो रहे हैं, सारे पेपर आउट होने से बच्चों की क्या हालत होती है, मां-बाप अपने बच्चों के लिए पढ़ाई के लिए सामान गिरवी रख रहे हैं और पेपर आउट हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट जो करते हैं उस पर ध्यान देना जरूरी है.


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