Rajasthan News: युवाओं को आगे बढ़ाने और उनके आइडिया को एक प्लेटफार्म देने के लिए केंद्र सरकार लगातार मदद कर रही है. ऐसे में नया प्लेटफार्म मिलने से कई युवाओं के अविष्कार और आइडिया सामने आ रहे हैं. ऐसे में उदयपुर के महाराणा प्रताप कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी जनउपयोगी इनोवेशन किए हैं. यह आइडिया डिसेबल व्यक्तियों को खतरों से बचाएगा, तो कुछ आइडिया झीलों में पड़ी गंदगी को आसानी से साफ कर देगा.


दिव्यागों के लिए बनाया स्पेशन दस्ताना

विश्वविद्यालय के सीटीएई कॉलेज के छात्रों ने डिसेबल व्यक्तियों की मदद के लिए एक दस्ताना बनाया है. छात्र पीयूष खाब्या ने बताया कि ऐसा देखने में आता है कि जो बोल नहीं सकते और देख नहीं सकते उनकी कमांड समझने में परिवार के सदस्यों को परेशानी आती है. यहां तक की वह मुसीबत में होते हैं तो भी किसी से मदद के लिए नहीं कह पाते है. इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए यह दस्ताना बनाया है.

 

इसे पूरी तरह तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सेंसर बेस्ट बनाया है. शख्स दस्ताने की एक अंगुली को जैसे ही मोड़ेगा, तो जो कमांड उसमें दी गई है उसका साउंड बजेगा. जैसे कमांड पानी पीना है का कमांड दिया तो यहीं साउंड बजेगा. साथ ही एक बटन दिया है जो मुसीबत में काम आएगा, जिसे दबाते ही परिजन के मोबाइल पर लोकेशन चली जाएगी.

 

ऐसे होगी झीलों की सफाई

वहीं छात्र हर्ष ओझा ने बताया कि उदयपुर झीलों का शहर है. अलग-अलग झीलों में जलाशय है. इनमें गंदगी की परेशानी रहती है. इनकी सफाई के लिए मशीन भी चलती है, लेकिन प्रदूषण फैलता ही रहता है. यह जलीय जंतुओं के मौत का कारण भी बनता है. हमने सोलर बेस्ड लेक क्लिनिंग मशीन बनाई है, जो सोलर से चलेगी और उसे रिमोट ऑपरेट करेगा.

 

सबसे बड़ी बात यह है कि .ये मशीन सफाई तो करेगी. साथ ही इसमें आवाज नहीं होगी और ईंधन से भी प्रदूषण नहीं होगा.  रिमोट ऑपरेट करते हुए मशीन से जलाशय में किसी भी जगह सफाई की जा सकेगी. इसके अलावा भी इसमें कई सिस्टम लगे हुए हैं. अगर इसका बड़ा रूप तैयार हो जाएगा तो काफी फायदा होगा.