विवादों के बाद आखिरकार शुक्रवार (08 अगस्त) को 'उदयपुर फाइल्स' रिलीज हो गई. यह फिल्म राजस्थान के चर्चित कन्हैलाल की हत्या पर बनी है. देशभर में ये फिल्म एक साथ कई जगहों पर रिलीज हुई. 4500 स्क्रीन पर उदयपुर फाइल्स को रिलीज किया गया. इस फिल्म का पहला शो सुखेर में अर्बन स्क्वायर मॉल में दिखाया गया. इस जगह पर कन्हैयालाल के बेटे भी फिल्म देखने पहुंचे. फिल्म में हत्या की सीन के दौरान दोनों की आंखों से आंसू निकल पड़े. उनका गला रुंध गया और वो रो पड़े.
अर्बन स्क्वायर मॉल में फिल्म के शो के दौरान कन्हैयालाल के बेटे यश साहू और तरुण पहुंचे थे. उनके हाथों में पिता कन्हैयालाल की तस्वीर भी थी. यश और तरुण ने अपने बीच की सीट दिवंगत पिता कन्हैयालाल की तस्वीर रखी. पिता की तस्वीर रखने के लिए ये सीट पहले ही बुक की गई थी. फिल्म के शो के दौरान सुरक्षा व्यवस्था काफी चौक चौबंद रही.
लंबे संघर्ष के बाद फिल्म हुई रिलीज- यश
कन्हैयालाल के बेटे यश ने कहा, ''लंबे संघर्ष और कानूनी चुनौतियों के बाद फिल्म रिलीज हुई है. इसे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी गई, लेकिन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने समीक्षा के बाद साफ कर दिया कि फिल्म किसी समुदाय को नुकसान नहीं पहुंचाती, इसलिए इसकी रिलीज को मंजूरी दी गई. हमारा परिवार तीन साल से इंसाफ की लड़ाई लड़ रहा है लेकिन अभी तक हमें न्याय नहीं मिला.''
कन्हैयालाल के कत्ल की साजिश की कहानी
'उदयपुर फाइल्स' में राजस्थान के रहने वाले टेलर कन्हैयालाल के कत्ल की पूरी साजिश की कहानी है. हत्याकांड को कैसे अंजाम दिया गया, इस फिल्म में उस घटनाक्रम को दिखाया गया है. ये फिल्म पहले 11 जुलाई को रिलीज होने वाली थी, लेकिन धार्मिक संगठनों और हत्याकांड के एक आरोपी ने दिल्ली हाईकोर्ट में इसे लेकर याचिका दाखिल की थी. उसके बाद फिल्म पर रोक लगा दी गई थी.
केंद्र सरकार ने 6 अगस्त को दी थी हरी झंडी
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि इस पर हाई कोर्ट ही फैसला देगी. इसके बाद हाई कोर्ट ने फैसला देते हुए इसे केंद्र सरकार पर छोड़ दिया और कहा कि सरकार फैसला ले कि ये फिल्म रिलीज होगी या नहीं. केंद्र सरकार की ओर से 6 अगस्त को फिल्म के रिलीज को लेकर हरी झंडी मिली. इसके बाद शुक्रवार यानी 8 अगस्त को फिल्म रिलीज हो गई.
अरशद मदनी पर कन्हैया लाल के बेटे ने साधा था निशाना
अभी हाल ही में कन्हैया लाल के बेटे यश साहू ने जमीयत-उलमा-ए हिंद के मौलाना अरशद मदनी पर निशाना साधा था और फिल्म में बाधा खड़ी करने का आरोप लगाया था. उन्होंने सवाल किया था कि ये संगठन हर बार ऐसी घटनाओं में आतंकवादियों को बचाने का काम क्यों करता है? हालांकि इस दौरान उन्होंने इंसाफ मिलने की उम्मीद भी जताई थी.
साल 2022 में कन्हैयालाल की हुई थी हत्या
बता दें कि 28 जून 2022 को राजस्थान के उदयपुर में दुकान में घुसकर टेलर कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस वारदात के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया था.