जयपुर में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए और लोकतंत्र की विश्वसनीयता को खतरे में बताया. उन्होंने राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि चुनाव आयोग बीजेपी के दबाव में काम कर रहा है. साथ ही, उदयपुर फाइल्स मामले और राजस्थान में बढ़ते अपराधों पर भी उन्होंने चिंता जताई है.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया में नियम बदलने के बाद से ही संदेह पैदा हो गया था. अगर पुराने तरीके नियुक्ति होती तो शायद आज यह विवाद नहीं होते.
उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश (CJI) को नियुक्ति प्रक्रिया से हटाए जाने के बाद लोगों के मन में शक बढ़ गया था. राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों की वजह जनता में भ्रम की स्थिति बनी है. इसलिए, अब चुनाव आयोग को सार्वजनिक रूप से अपनी सफाई देनी चाहिए.
चुनाव आयोग को देना चाहिए शपथ पत्र
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी से शपथ पत्र मांगने की बजाय चुनाव आयोग को खुद अपनी निष्पक्षता पर शपथ पत्र जारी करना चाहिए, ताकि विवाद खत्म हो सके. उन्होंने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले 11 सालों से मीडिया डर के माहौल में काम कर रहा है, जिससे लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कमजोर होता जा रहा है.
बीजेपी-आरएसएस पर लगाए आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी और आरएसएस पर लोकतंत्र में विश्वास नहीं होने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि चुनाव आयोग बीजेपी के दबाव में काम कर रहा है. पहले कई देशों के चुनाव आयोग भारत के चुनाव आयोग को आदर्श मानते थे, लेकिन अब राहुल गांधी के सवालों के बाद उसकी विश्वसनीयता खतरे में है.
गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे देश को लूट रहे हैं और लोग डर और चिंता में जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में जनता को आगे आना चाहिए क्योंकि देश कई मुश्किलों से घिरा हुआ है.
गहलोत ने बताया कि जनता के मन में भी संदेह होने लगा है और लोग महसूस कर रहे हैं कि कहीं कुछ गड़बड़ जरूर है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सवाल उठाना राहुल गांधी का अधिकार है, लेकिन बीजेपी केवल हिंदू-मुस्लिम का खेल खेल रही है, जबकि देश सभी का है.
कोर्ट की निष्पक्षता भी जरूरी- गहलोत
उन्होंने कोर्ट की निष्पक्षता पर भी जोर दिया और कहा कि बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे 4 राज्यों के चुनाव आयोग की वेबसाइट बंद होना भी शक पैदा करता है. गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी को पहचानने में बीजेपी को वक्त लगेगा, लेकिन उनके उठाए मुद्दे धर्म और कर्तव्य दोनों हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वोटों की चोरी हो रही है, जो लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है. राहुल गांधी ने संविधान की शपथ ली है, इसलिए चुनाव आयोग को खुद शपथ पत्र देना चाहिए. उन्होंने बीजेपी की हिंदू-मुस्लिम राजनीति को भी नकारते हुए कहा कि यह देश सभी धर्मों का है और ऐसी राजनीति ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाएगी.
विदेश नीति पर भी उठाए सवाल
उन्होंने पहलगाम हमले के बाद भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति का भी जिक्र किया और कहा कि देश अब अलग-थलग पड़ गया है, कोई भी उसका समर्थन नहीं कर रहा. ट्रंप की लगातार धमकियों के बीच भारत कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा. उन्होंने पीएम मोदी से अपील की कि वे देश की भावनाओं को समझें क्योंकि पूरा देश उनके साथ है.
उदयपुर फाइल्स पर भी बोले गहलोत
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर गहलोत ने कहा कि कन्हैया लाल के परिवार को अभी तक न्याय नहीं मिला है. घटना के बाद तुरंत जरूरी कदम उठाए गए थे. कुछ ही घंटों में अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, 50 लाख रुपए मुआवजा दिया गया और बच्चों को नौकरी दी गई.
केस NIA को ट्रांसफर किया गया, लेकिन तीन साल बाद भी परिवार को न्याय नहीं मिल पाया. अगर मामला राजस्थान पुलिस के पास होता तो 8 महीने में सजा हो जाती.
गहलोत ने आरोप लगाया कि हत्यारों का बीजेपी से संबंध था, लेकिन बीजेपी अब इस मुद्दे पर चर्चा से बच रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी एजेंडे के तहत फिल्में बनवाई जाती हैं. गहलोत ने हिंदी भाषा के पक्ष में अपनी राय व्यक्त की, हालांकि आज अंग्रेजी पढ़ना भी जरूरी हो गया है.
महिलाओं पर बढ़ते अपराध
गहलोत ने राजस्थान में महिलाओं से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी की चिंता जताई. खासकर जयपुर में चेन स्नेचिंग की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं और शहर चेन स्नेचरों के लिए मुफीद जगह बन गया है. उन्होंने सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग की.