Udaipur-Ahmedabad Railway Track Blast: उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक पर शनिवार रात ब्लास्ट मामले में घटना स्थल का मुआयन करने के लिए मंगलवार को एटीएस-एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ मौके पर पहुंचे. उन्होंने ब्लास्ट की जगह का निरीक्षण किया और मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं कि ट्रेन और पैसेंजर को टारगेट किया जा रहा था. पुलिस ने मामले में 4 संदिग्ध युवकों को डिटेन किया जिनसे पूछताछ की जा रही है. साथ ही पुलिस अधिकारी सूत्र यह भी बता रहे हैं कि मामले का जल्द खुलासा भी कर दिया जाएगा. 


क्या कहा एडीजी राठौड़ ने?


एडीजी अशोक राठौड़ ने कहा कि मौके पर जाकर जांच की गई लेकिन अभी जांच में कुछ प्रश्न बाकी हैं, जिन पर काम कर रहे हैं, लेकिन यह साफ है कि जल्द ही सब कुछ सामने आ जाएगा. उन्होंने ट्रेन और पैसेंजर को टारगेट करने के सवाल पर कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि यह गतिविधि की गई. हालांकि अभी इसके पीछे किसका हाथ है वह सामने नहीं आया है. मामले की जांच चल रही है और जल्द खुलासा हो जाएगा. मौके पर एडीजी के साथ उदयपुर रेंज आईजी प्रफुल्ल कुमार, एसपी विकास कुमार सहित पुलिस जाब्ता था. रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करने के बाद एडीजी अशोक राठौड़ ने अधिकारियों की बैठक भी ली. 


दो ट्रेन का संचालन होता है


उदयपुर से गुजरात के असवार तक 31 अक्टूबर को उद्घाटन के बाद दो ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. एक ट्रेन उदयपुर से शाम को 5 बजे चलती है जो असावरा रात 11 बजे पहुंच जाती है. वहीं दूसरी ट्रेन सुबह 6 बजे असावरा से चलती है जो उदयपुर करीब 12.30 बजे पहुंच जाती है. ग्रामीणों के अनुसार ब्लास्ट की आवाज शनिवार रात 8 बजे के आसपास आई थी. ऐसे में शाम की उदयपुर से निकलने वाली ट्रेन शाम 7 बजे ही डूंगरपुर पहुंच जाती है. मतलब ब्लास्ट के कई समय पहले यह ट्रेन निकल चुकी थी.


अब असावरा से निकलने वाली ट्रेन की बात करें तो वह सुबह निकलती है. ऐसे में संभावना जता सकते हैं कि अगर ट्रेन टारगेट थी तो गुजरात के असावरा से आने वाली ट्रेन हो सकती थी. इसी ट्रेन को डूंगरपुर के आसपास ही रोक दिया गया था. अगर ट्रेन नहीं रुकती तो बड़ा हादसा हो सकता था.


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