Rajasthan Politics: देश में हाल ही चुनाव के बाद दिल्ली (Delhi) और गुजरात (Gujarat) से ज्यादा चर्चा हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Election) की हो रही है, जहां कांग्रेस (Congress) ने जीत का परचम लहराया है. चुनावी दंगल के दौरान 68 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस ने 40 सीटें हासिल कर सत्ताधारी दल को हराया है. इस जीत ने भाजपा (BJP) के 'कांग्रेस मुक्त भारत' बनाने के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. खास बात है कि हिमाचल की इस जीत का सीधा कनेक्शन राजस्थान (Rajasthan) से है.


राजनीतिक विश्लेषक इस जीत के नायक राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेशा अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot) को मानते हैं. वहीं अगले साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Assembly Election) होने हैं. ऐसे में पायलट के प्रयासों से मिली यह जीत राजस्थान कांग्रेस के लिए संजीवनी साबित हो सकती है. सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि क्या हिमाचल की जीत का पायलट को पुरस्कार मिलेगा.


पायलट थे हिमाचल में कांग्रेस पर्यवेक्षक
सत्ताधारी भाजपा को शिकस्त देने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने हिमाचल चुनाव की कमान सचिन पायलट के हाथों में सौंपी थी. पार्टी ने उन्हें बतौर पर्यवेक्षक और स्टार प्रचारक बनाकर राजस्थान से हिमाचल भेजा. वहां पायलट ने शिमला, कांगड़ा, मंडी के साथ अन्य विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाएं कर व्यापक प्रचार- प्रसार किया. बीजेपी की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठाया. परिणाम यह आया कि कांगड़ा क्षेत्र की 15 सीटों में 11 सीटें कांग्रेस की झोली में आई.


राहुल ने दिए 'ऊंची उड़ान' के संकेत
राजस्थान से गुजर रही भारत जोड़ो यात्रा में हर रोज राहुल गांधी के साथ सचिन की सामने आई तस्वीरें सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रही है. इस तस्वीर में राहुल हाथ से फ्लाइट की ऊंची उड़ान का इशारा कर रहे हैं. इस तस्वीर को देखकर लोगों का मानना है कि राहुल सचिन से कह रहे हैं कि 'पायलट अब आपकी सियासी फ्लाइट उड़ने वाली है.' लोग इस तस्वीर को देखकर सचिन के लिए सियासी संकेत समझ रहे हैं.


भारत जोड़ो यात्रा में हैं सक्रिय
सचिन पायलट भारत जोड़ो यात्रा में लगातार सक्रिय हैं. सुबह से शाम तक यात्रा मार्ग पर राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं. इस यात्रा के प्रदेश आगमन से पहले पायलट ने खुद पर एक वीडियो शूट करवाकर, सोशल मीडिया पर प्रमोशन किया और लोगों को इससे जुड़ने की अपील की. अब यात्रा के दौरान पार्टी स्तर के अलावा खुद भी डेली वीडियो हाइलाइट्स के जरिए यात्रा को प्रमोट कर रहे हैं.


चर्चा में है सचिन की टीशर्ट
यात्रा के दौरान सचिन पायलट की टीशर्ट चर्चा का विषय बनी हुई है. हर दिन एक नया मुद्दा लेकर जनता के बीच आते हैं. वह डेली ऐसी टीशर्ट पहनते हैं जिस पर आओ साथ चलें अपील के साथ नए संदेश लिखे होते हैं. पहले दिन 'बेकारी से रोजगार तक..आओ साथ चलें' लिखी टीशर्ट पहनी. इसके बाद 'महंगाई की हार तक, 'किसानों के अधिकार तक', 'बहनों के सम्मान तक' जैसे मुद्दों को लेकर शामिल हुए. अब तो उनके समर्थकों और फॉलोवर्स को इंतजार रहने लगा है कि सचिन आज कौनसा मुद्दा लेकर आएंगे.


अब तक सचिन का सियासी सफर
सचिन का सियासी सफर बेहद रोचक और सफल रहा है. वह महज 26 साल की युवावस्था में सांसद बन गए. पहली बार वर्ष 2004 में दौसा से सांसद चुने गए. 2006 में केंद्र सरकार के गृह विभाग में समिति सदस्य एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सलाहकार समिति सदस्य रहे. वर्ष 2009 में दूसरी बार अजमेर से सांसद बने. 2012 में सरकार ने उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया. वर्ष 2014 में कांग्रेस पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया. 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में टोंक सीट से जीतकर विधायक बने और अशोक गहलोत सरकार में राजस्थान के 5वें उप मुख्यमंत्री रहे.


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