Rajasthan Tigress Death: राजस्थान का दूसरा बड़ा शहर जोधपुर (Jodhpur) माचिया सफारी पार्क में शेरों का कुनबा बढ़ाने के लिए कई तरह की कोशिश की जा रही है. साल 2016 में उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बाघिन को जोधपुर के माचिया सफारी पार्क में लाया गया था. जोधपुर माचिया सफारी पार्क में शेरों का कुनबा तो नहीं बढ़ा, लेकिन अब एक दुख भरी खबर सामने आई है. बाघिन अंबिका की मंगलवार (21 मई) को मौत हो गई है. 


जोधपुर के माचिया सफारी पार्क की डॉक्टर गीता चौधरी ने बताया कि अंबिका बाघिन को उत्तर प्रदेश के कानपुर से जोधपुर लाया गया था. उन्होंने कहा  कि अंबिका बाघिन एकदम स्वस्थ थी, लेकिन रात को सोने के बाद वह सुबह उठी नहीं. उन्होंने बताया कि अंबिका देर तक सोती रही, जब काफी समय बीतने के बाद भी जब वह नहीं उठी, तो कर्मचारियों को शक हुआ.


रात में सोई फिर सुबह नहीं उठी अंबिका
इस पर उन्होंने अंबिका को उठाने का प्रयास किया. अंदर जाकर देखा, तो बाघिन अंबिका की मौत हो चुकी थी. बाघिन को पोस्टमार्टम के लिए माचिया बायोलॉजी पार्क ले जाया गया. अब पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पाएगा कि बाघिन अंबिका की मौत किस कारण से हुई है. जोधपुर के माचिया सफारी पार्क में इस प्रचंड गर्मी के दौरान वन्य जीवन के लिए लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है. इसके साथ पंखे और कूलर भी लगाए गए थे. बताया जा रहा है कि बाघिन अंबिका पिछले कुछ समय से खाना-पीना कम कर दिया था.


माचिया पार्क में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए दस साल की अंबिका को 2016 में कानपुर से लाया गया था. अंबिका के साथ एक नर बाघ, एंथनी भी लाया गया था. माचिया पार्क में अंबिका की मौत के बाद अब एंथनी अकेला रह गया है. एंथनी की उम्र 10 साल से थोड़ी ज्यादा है. अंबिका की मौत हीट स्ट्रोक से ही हुई है या कोई और वजह रही? इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं हो सकी है


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