राजस्थान के सिरोही जिले में रविवार (14 दिसंबर) को उस समय सनसनी फैल गई, जब शहर के सबसे व्यस्त गोयली चौराहे पर दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई. शांत माने जाने वाले इस इलाके में अचानक हुई इस वारदात ने लोगों को दहशत में डाल दिया.

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दरअसल, आपसी रंजिश में उलझे दोनों पक्षों ने तेज रफ्तार स्कॉर्पियो और बोलेरो कैम्पर जैसी गाड़ियों को हथियार बनाकर एक-दूसरे पर चढ़ाने की कोशिश की. कुछ ही मिनटों में पूरा चौराहा रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.

क्या है पूरा मामला?

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों गुट एक-दूसरे को जान से मारने की नीयत से गाड़ियों को तेज गति से दौड़ाते रहे. टक्कर के दौरान चौराहे के पास खड़ी एक कार और चार बाइक क्षतिग्रस्त हो गईं. कई वाहन अनियंत्रित होकर पुराने हाईवे पर लगे साइन बोर्ड से भी टकरा गए. अचानक हुई इस हिंसा से सड़क पर अफरा-तफरी मच गई और आसपास मौजूद लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे.

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घटना के बाद इलाके में बना रहा खौफ का माहौल

घटना के बाद करीब 15 से 20 मिनट तक पूरे इलाके में खौफ का माहौल बना रहा. गोयली चौराहे से गुजर रहे राहगीर और दुकानदार डर के मारे अपनी दुकानों और नजदीकी मकानों में छिप गए. कुछ ही देर में चौराहा पूरी तरह सुनसान नजर आने लगा. हालांकि गनीमत यह रही कि इस पूरी घटना में किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं है, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया.

सीसीटीवी फुटेज खंगाल जांच में जुटी पुलिस

घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया. पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर सड़क से क्षतिग्रस्त वाहनों को हटवाया और यातायात को सामान्य कराया. मौके से दो वाहनों को जब्त किया गया है, जबकि एक अन्य वाहन सहित सभी आरोपी फरार हो गए. पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके.

पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए गठित की दो विशेष टीमें- सीओ

सिरोही सीओ मुकेश चौधरी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दोनों गुटों के बीच पुरानी आपसी रंजिश सामने आई है. इसी रंजिश के चलते दिनदहाड़े इस तरह की खतरनाक घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए दो विशेष टीमें गठित की हैं, जो संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं.

इस घटना के बाद शांत माने जाने वाले सिरोही जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं. स्थानीय लोगों में भय और असुरक्षा का माहौल है. आमजन का कहना है कि व्यस्त चौराहे पर इस तरह की हिंसा बेहद चिंताजनक है. पुलिस प्रशासन के सामने अब चुनौती है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके और लोगों का भरोसा बहाल हो सके.

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