Rajasthan News: राजस्थान टूरिज्म क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखता है. यहां कुछ ऐसे शहर हैं, जहां साल भर लाखों टूरिस्ट आते हैं. इनकी संख्या बढ़ाने के लिए राजस्थान के पर्यटन विभाग ने एक अभियान शुरू किया है. इस अभियान को टैगलाइन दिया गया है 'पहाड़ों में खो लो, थोड़ा सोलो हो लो' यानी राजस्थान में अब सोलो टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके पीछे की वजह यह है कि झीलों की नगरी उदयपुर (Udaipur) को पहले सोलो टूरिज्म में अवॉर्ड मिल चुका है. यहां बड़ी संख्या में पर्यटक अकेले घूमने आ रहे हैं. खास बात यह है कि झीलों की नगरी उदयपुर ने एक बार फिर सोलो टूरिज्म में अवॉर्ड जीता है. 


पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए इस साल सोलो टूरिज्म को प्रमोट किया जा रहा है. विभाग द्वारा ऑनलाइन मार्केटिंग भी की जा रही है. इसमें तीन मोस्ट विजिटेड सिटी का नाम दिया गया है, जिसमें उदयपुर, पुष्कर और माउंट आबू हैं. अभियान के तहत मार्केटिंग करने के लिए विभाग ने उदयपुर के ऐतिहासिक महलों और किलों के साथ ही बड़ी लेक और बाहुबली हिल के बारे में बताया है. माउंट आबू की बात करें तो यहां की पहाड़ियों को लेकर प्रमोशन किया जा रहा है. अभी ज्यादातर पर्यटक सोलो ट्रिप के लिए हिमालय की पहाड़ियों से जुड़े पर्यटन स्थल और समुद्री एरिया पर जाना पसंद कर रहे हैं. अब राजस्थान में धोरों, पहाड़ियों, झीलों और ऐतिहासिक महलों की तरफ रुख करवाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है.

 

उदयपुर ने एक बार फिर जीता बेस्ट सोलो ट्रेवलिंग प्लेस का अवॉर्ड
झीलों की नगरी उदयपुर लगातार किसी न किसी क्षेत्र में अवॉर्ड जीतती आ रही है. इसमें विश्व का दूसरा सबसे पसंदीदा शहर, महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थान सहित कई अन्य अवॉर्ड शामिल हैं. वहीं इसमें एक अवॉर्ड बेस्ट सोलो ट्रेवलिंग प्लेस का भी है. यह अवॉर्ड अमेरिका के अमेरिकन ट्रेवल पोर्टल ट्रेवल एंड लीजर ने दिया है. पोर्टल ने सूची जारी की है, जिसमें उदयपुर का देश में 9वां स्थान आया है. जैसलमेर दूसरे स्थान पर है. उदयपुर उससे पहले दो बार यह अवॉर्ड जीत चुका है. पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना का कहना है कि यूथ का सोलो ट्रेवल को लेकर काफी रुझान बढ़ा है. उदयपुर में भी कई पर्यटक सोलो आते हैं. ऐसे में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए अभियान शुरू किया गया है.