Rajasthan Lok Sabha Elections: राजस्थान की राजनीति में कई दिग्गज नेता हैं जिनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है. अब वो अपनी विधानसभा सीट पर अपने बेटों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि इन सभी का खेल की दुनिया से भी गहरा नाता है. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने अपने बेटे को आरसीए का अध्यक्ष बनवाया और दो बार लोकसभा (Lok Sabha Elections) का चुनाव भी लड़वाया है.  इसी राह पर दिग्गज नेता राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह खींवसर, मदन दिलावर, प्रमोद जैन भाया भी चल दिए हैं. इनके बेटों की एंट्री जिले स्तर के खेल में एंट्री हो चुकी है.


रोचक बात यह कि ये वो नेता हैं जो अपनी पार्टी में सबसे मजबूत स्थिति में है. कई बार के विधायक और सांसद रह चुके हैं. इतना ही नहीं ये सभी प्रदेश में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके है. अपनी बनी बनाई राजनीतिक पृष्ठिभूमि को बेटों को देना चाहते हैं. पढ़िए ये ख़ास रिपोर्ट. 


कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर के बेटे पवन 
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर रामगंज मंडी से बीजेपी के विधायक हैं. इनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है. इनके बेटे पवन दिलावर बारां जिला क्रिकेट एसोसिएशन के निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुने गए हैं. पवन युवा मोर्चा के कोटा संभाग संयोजक भी हैं. सूत्रों का कहना है कि मदन दिलावर रामगंज मंडी सीट से अपने बेटे को चुनाव में उतरने के गुर सीखा रहे हैं.


कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह के बेटे धनंजय
राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर लोहावट से बीजेपी के विधायक हैं. इनकी उम्र 60 साल से अधिक हो चुकी है. इनके बेटे धनंजय सिंह खींवसर आरसीए के कार्यवाहक अध्यक्ष हैं. गजेंद्र नागौर या लोहावट से धनंजय को विधान सभा का चुनाव लड़ा सकते हैं. इसलिए बेटे की एंट्री राजनीति से पहले खेल में करा दी गई है. अगले चुनाव में धनंजय राजनीति में दिख सकते हैं. 
 
राजेंद्र राठौड़ के बेटे पराक्रम 
 पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ चुरुं से कई बार विधायक रह चुके हैं. राजस्थान सरकार में कई बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं. राजेंद्र की उम्र 70 साल से अधिक हैं. इनके बेटे चुरुं जिले के क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं. राजेंद्र इस बार विधान सभा का चुनाव हार गए थे. इसलिए अब सूत्र बता रहे हैं कि चुरुं विधान सभा सीट से पराक्रम चुनाव मैदान में देखे जा सकते हैं. 


प्रमोद जैन भाया के बेटे यश 
प्रमोद जैन भाया राजस्थान में कई बार विधायक रह चुके हैं. पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं. इनकी सीट अंता है. इनके बेटे यश जैन बारां क्रिकेट के अध्यक्ष हैं. प्रमोद जैन की उम्र लगभग 60 साल हो गई है. इसलिए उस सीट अब वो यश के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं. हालांकि इनकी पत्नी लोकसभा का चुनाव लड़ रही हैं. सूत्रों की माने तो यश अगले विधानसभा चुनाव के मैदान में दिख सकते हैं. 


अशोक गहलोत के बेटे वैभव
राजस्थान के तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की उम्र 70 साल से अधिक हो चुकी है. इनके बेटे वैभव गहलोत आरसीए के अध्यक्ष रह चुके हैं. हालांकि, अशोक गहलोत ने अपने बेटे को अपनी सीट जोधपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ाया लेकिन उन्हें करारी हार मिली. अब वैभव दूसरी सीट जालोर से मैदान में हैं. अशोक गहलोत सरदारपुरा से कई बार के विधायक हैं


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