Kota News: देश और प्रदेश में नववर्ष 2024 के आगाज के साथ ही लोगों की खुशियां चरम पर हैं. कोटा रात 12 बजे के बाद तक नववर्ष का जश्न चलता रहा और लोगों ने जमकर नववर्ष का स्वागत किया. आज सुबह से ही लोगों ने मंदिरों में दर्शन कर नववर्ष की शुरुआत की तो दूसरी और कई संस्थाओं ने आमजन को दूध पिलाकर बुराई को त्यागने का संकल्प दिलवाया. आर्य समाज की ओर से कोटा में कई जगह नववर्ष की पूर्वसंध्या पर दूध पिलाया गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नव वर्ष पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं.


नई ऊर्जा और नए उत्साह के साथ काम करें
बिरला ने अपने संदेश में कहा है कि, मेरे प्रिय देशवासियों, मेरे परिवार जनों आप को नववर्ष 2024 की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. मेरी कामना है कि नया साल आपके और आपके प्रियजनों के जीवन में नई खुशियां लेकर आए. आपके सभी संकल्प पूरे हो. नए साल में आपका जीवन नई उपलब्धियों एवं नई सफलताओं से परिपूर्ण रहे. नया साल वो समय है जब हम अपने लिए नए लक्ष्य तय करते हैं और उनको पाने के लिए नई ऊर्जा और नए उत्साह के साथ काम करते हैं. ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है कि आप नए साल में नए विश्वास, नई योजना और नए संकल्प के साथ अपने जीवन को आगे बढ़ाएं. सकारात्मक ऊर्जा के साथ हम स्वयं को सर्वश्रेष्ठ बनाने का प्रयास करें. हम अपने परिवार को, समाज को और राष्ट्र को उत्कृष्ट बनाने के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ योगदान दें.

नशा मुक्त हो समाज का कराया संकल्प
आर्य समाज ने नशामुक्त कोटा अभियान के अन्तर्गत आमजन को नशा छोड़ने का संकल्प दिलाया. इस अवसर पर कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने आमजन को दूध पिलाया और कहा कि नशे की बुराई को छोड़ने व छुड़ाने का जो संकल्प करवाया गया है वह अभिनन्दनीय है. नववर्ष में लोग नशा मुक्ति का संकल्प लेकर समाज और देश के विकास में भागीदार बने. प्रधान अर्जुनदेव चड्डा ने कहा कि लोग नशा छोड़ने का संकल्प लें और जो धनराशी नशे पर खर्च करते हैं उसे बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य समाज सेवा आदि कार्यों मे खर्च करें. अंग्रेजी नव वर्ष की पूर्व संध्या पर हजारों लोगों को दूध पिलाया गया.


कोटा के मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे लोग
कोटा में नववर्ष की शुरुआत पर लोग मंदिरों में पहुंचे और अपना पहला दिन भगवान के दर्शन कर शुरू किया. कोटा के खड़े गणेश जी, गोदावरी धाम, नीलकंठ महादेव, राधा कृष्ण मंदिर सहित कई मंदिरों में सुबह से ही लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी और लोग धर्म भी कर रहे हैं. जिसके तहत गायों को चारा खिलाना, निर्धन की सेवा करना, भोजन कराना शामिल है.


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