Udaipur News: उदयपुर में दिव्यांगों के जीवन मे रंग भरने वाला है. दरअसल ऐसे 51 जोड़ों उदयपुर में एक होने जा रहे हैं. 28 और 29 अगस्त को उदयपुर में नारायण सेव संस्थान द्वारा इन 51 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया जा रहा है. बड़ी बात यह है कि इस डेस्टिनेशन वेडिंग का रूप दिया जा रहा है. क्योंकि दो दिन में मेहंदी, संगीत से लेकर सभी कार्यक्रम होंगे और फिर स्पेशल हाइड्रोलिक मंच पर सभी दिव्यांग जोड़े फेरे लेंगे. इसमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात और बिहार के जोड़े हैं.


जोड़ों का 27 से आगमन
संस्थान के जनसंपर्क प्रभारी भगवान प्रसाद गौड़ ने कहा कि परिणय सूत्र में बंधने जोड़ों व उनके परिजनों का 27 अगस्त सुबह से आगमन शुरू होगा. ये सभी संस्थान के व्यय और वाहनों से उदयपुर पहुंचेगे. इनके पूर्ण सुविधा युक्त आवास, भोजन, यातायात की व्यवस्था सेवा महातीर्थ में की गई है. समारोह में वे ही वर-वधू व अतिथि शामिल होंगे जो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं. परिजनों के साथ ही विभिन्न प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में संस्थान शाखाओं के संयोजक, प्रेरक, प्रचारक एवं अतिथि भाग लेंगे. रेलवे स्टेशन पर भी अतिथियों के लिए स्वागत एवं परामर्श केन्द्र लगाया जाएगा. 


विवाह की यह होगी थीम
संस्थान निदेशक देवेन्द्र चौबीसा ने कहा कि इस बार सामूहिक विवाह की थीम 'पर्यारवरण संरक्षण एवं स्वच्छता' होगा. इसके लिए प्रत्येक वर-वधू जोड़ा विवाह के बाद संस्थान परिसर में एक-एक छायादार पौधा रोपेगा. उन्हें विदाई के दौरान भी शपथपूर्वक एक पौधा व स्वच्छता के लिए प्रतीक रूप डस्टबीन प्रदान किये जायेंगे.


शहर में निकलेगी सभी जोड़ों की बिन्दोली
परिणय सूत्र में बंधने वाले युगल की बिन्दोली रविवार को शाम 5 बजे नगर निगम से 51 सजी-धजी बग्गियों - जीपों व बैंडबाजे के साथ निकलेगी. बिन्दोली सूरजपोल, बापू बाजार, देहली गेट, टाउन हॉल रोड होकर फिर से नगर निगम पहुंचेगी. इससे पूर्व सेवा महातीर्थ में इनकी हल्दी रस्म होगी व रात्रि को नृत्य-गीतों के साथ महारात होगी. 29 अगस्त सोमवार को मुख्य समारोह में राज्य की देवस्थान मंत्री शकुन्तला रावत भी आएंगी.


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