Rajasthan Medical Personnel: राजस्थान में भीषण गर्मी के मद्देनजर राज्य के मेडिकल विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है और उन्हें मुख्यालय पर ही रहने के लिए पाबंद किया गया है. विभाग ने राज्य में लू चलने से लू-तापघात की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया है. इन दिनों पूरा राजस्थान भीषण गर्मी की चपेट में है. पिलानी में मंगलवार (21 मई) को अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 


आधिकारिक बयान के अनुसार मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में हीटवेव के प्रकोप के मद्देनजर मेडिकल विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर मुख्यालय पर ही रहने के लिए कहा गया है. इसके अनुसार विशेष परिस्थितियों में अधिकारियों से अनुमति के बाद ही कर्मचारी छुट्टी पर जा सकेंगे. साथ ही छुट्टी की अनुमति की सूचना निदेशालय को आवश्यक रूप से देनी होगी.


दिए गए ये निर्देश
चिकित्सा और स्वास्थ्य निदेशालय के परिपत्र के अनुसार डॉक्टरों, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टी रद्द कर उन्हें लू-तापघात से बचाव और इलाज के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. निदेशक जनस्वास्थ्य डॉक्टर रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि निर्देश दिए गए हैं कि मेडिकल सेवाओं से संबंधित कार्यालयों में चौबीस घंटे नियंत्रण कक्ष क्रियाशील रहेंगे.


अस्पतालों में ये सुविधाएं जरूरी
इसके अलावा परिपत्र में सभी मेडिकल संस्थानों में लू-तापघात के मरीजों के लिए बिस्तर आरक्षित रखने, आवश्यक दवा और जांच सुविधाओं के साथ पर्याप्त मात्रा में बर्फ पैक आदि की उपलब्धता रखने के निर्देश दिए गए हैं.  यह भी कहा गया है कि यह सुनिश्चित करना होगा कि एम्बुलेंस में एयर कंडीशनिंग चालू हालत में हों और आपात स्थिति में इलाज के लिए आवश्यक दवा और उपकरण उपलब्ध हों. बता दें प्रदेश में तेज गर्मी की वजह से दोहपर में लोग घरों में दुबके रह रहे हैं और बाजार सुनसान रहते हैं.