Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के पहले चरण की मतदान में महज चार दिन बाकी है.मतदाताओं को रिझाने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने प्रचार प्रसार तेज कर दिया. चुनाव से ठीक बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है. राजपूत समाज को बीजेपी का सबसे बड़ा वोटर माना जाता है. हालांकि राजपूत समाज अब बीजेपी के विरोध में उतर आया है.


करणी सेना ने दावा किया है कि मेवाड़ वागड़ के 14 लाख से ज्यादा वोटर चुनाव में नोटा दबाने को तैयार है. करणी सेना ने बीजेपी को 19 अप्रैल तक का टाइम दिया है. इसी को लेकर आज सोमवार (15 अप्रैल) को करणी सेना ने बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के संसदीय क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया.


बीजेपी प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला का फूंका पुतला
उदयपुर से श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के युवा जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह चुंडावत ने कहा कि बीजेपी के गुजरात राजकोट से प्रत्याशी पुरुषोत्तम रुपाला के विरोध में मावली उपखंड कार्यालय पर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया. इस मौके पर सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे. 


इससे पहले मानव श्रृंखला बनाकर मावली चौराहे पर रूपाला का पुतला दहन किया. भारतीय जनता पार्टी को चेतावनी देते हुए चुंडावत ने कहा कि अगर पार्टी ने सही फैसला नहीं लिया, तो पुरुषोत्तम रुपाला को लेकर पूरे मेवाड़ सहित राजस्थान और पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी का बहिष्कार किया जाएगा. 


उन्होंने कहा कि चुनाव में वोट की चोट दिखाकर उन्हें सबक सिखाया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बात का भी ध्यान रखे कि चित्तौड़, उदयपुर लोकसभा सीट पर बड़ी संख्या में राजपूत मतदाता हैं.


4 सीटों पर राजपूत समाज का दबदबा
मेवाड़ वागड़ में चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद और बांसवाड़ा लोकसभा सीट है. यहां बांसवाड़ा को छोड़े तो शेष तीनों सीटों पर राजपूत समाज का दबदबा है. चारों सीटों पर 13 लाख से ज्यादा राजपूत वोटर हैं. 


अर्जुन सिंह चुंडावत ने बताया कि उदयपुर में 3 लाख, चितौड़गढ़ में 4 लाख, राजसमंद ने 5 लाख और बांसवाड़ा लोकसभा में 2 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं. कुल 14 लाख से ज्यादा वोटर्स है. उन्होंने कहा कि पूरा राजपूत समाज विरोध में हैं.


करणी सेना ने दिया 19 अप्रैल तक का समय
बीजेपी को चेतावनी देते हुए अर्जुन सिंह चुंडावत ने कहा कि 16 अप्रैल को नामांकन की अंतिम तारीख है, जबकि 19 अप्रैल को नाम वापस लेने की आखिरी तारीख है. ऐसे में बीजेपी के पास 19 अप्रैल तक का समय है. उन्होंने कहा कि अगर रूपाला का टिकट नहीं काटा गया तो वह विरोध के लिए मैदान में होंगे और चुनाव में नोटा दबाएंगे.


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